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- डॉ. प्रितम भि. गेडाम
विश्व ज्ञान, आत्मीय शांति, योग्य मार्गदर्शन, समय का सदुपयोग, प्रेरणा, प्रोत्साहन, मददगार, समस्याओं का हल, नवचेतना, नवनिर्मिति, जागरूकता, अद्यतन, बेहतर साथी, सफलता, गुरु, सलाहकार जैसे अनेक मूल्यवान गुणों का सार होती है पुस्तकें। आज के आधुनिक युग में यांत्रिक संसाधनों ने दुनिया भर तक हमारी पहुंच आसान कर दी है। हर ओर जानकारी और सूचना की बाढ़ आ गई है। पुस्तकों को ज्ञान का मुख्य स्त्रोत कहा जाता है, जीवन में सफल होने के लिए किताबों का बेहतर साथ आवश्यक होता है। पुस्तकें मनुष्य के जीवन के आरंभ से अंत तक निस्वार्थ साथ देते हुए पथ-प्रदर्शक की भूमिका में होते है। किताबों से दोस्ती करने वाला इंसान हमेशा खुश और ज्ञानी बना रहता है, जिससे जीवन में मुश्किलें कम होती है। इंटरनेट के द्वारा पुस्तकें बस एक क्लिक पर मौजूद है, जब चाहे तब कहीं पर भी, कभी भी हम ई-पुस्तकें पढ़ सकते हैं, संग्रहीत कर सकते है।
हर साल 23 अप्रैल को पुस्तकों के महत्व को समझकर पाठ्य संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ‘विश्व पुस्तक व प्रकाशनाधिकार दिवस’ दुनिया भर में मनाया जाता है। इस वर्ष 2024 की थीम ‘रीड योर वे’ है, यह थीम पढ़ने के प्रति प्रेम को बढ़ावा देने में चयन और आनंद के महत्व पर जोर देती है। जीवन में पुस्तकों का स्थान अतुलनीय है, एक अच्छी पुस्तक सौ दोस्तों के बराबर होती है। जिसने किताबों के महत्व को जान लिया है, वह जीवन में कभी असफल नहीं हो सकता। पुस्तकों के सहयोग से हम जीवन में विश्व के हर क्षेत्र का सर्वोत्तम स्थान प्राप्त कर सकते हैं। किताबें पढ़ने की आदत मनुष्य के जीवन को लगातार विकसित करता हैं। मस्तिष्क तेज होकर स्वयं विचार कर कुछ नया ज्ञान खोजने की शक्ति मिलती हैं। पढ़ते रहने से हम अधिक होशियार होते जाते है।
लिखने का कौशल, भाषा कौशल सुधरता है, फोकस और एकाग्रता बढ़ती है, हम जीवन में अंधेरे से उजाले की ओर बढ़ते हैं, हम अपने समय का सही इस्तेमाल कर पाते हैं, नयी जानकारी और ज्ञान मिलता है, पढ़ने से तनाव कम होता है, हमेशा हम अद्यावत और जागरूक बने रहते है और पढ़ने से अच्छी नींद आती हैं।
भूलने की बीमारी से काफी हद तक दूर रहते हैं। डिजिटलीकरण के कारण हर कोई अपनी मांग और सुविधा अनुसार पुस्तकों को ऑनलाइन पढ़ सकता है, ऑनलाइन के द्वारा हम दुनिया से हर समय जुड़े रहते हैं। पाठकों की रुचि अनुसार, दुनियाभर के विषयों की पुस्तकें उपलब्ध हैं। बहुत से प्रकाशक, कंपनी, शैक्षणिक संस्थान, पेशेवर, ईबुक विक्रेता, सरकारी पोर्टल अपनी वेबसाइट पर डिजिटल स्वरूप में पुस्तक अपलोड करते हैं, ताकि पाठकों तक ई-पुस्तकें पहुंच सकें। पढ़ने का समय बचाने के लिए ऑडियो बुक्स भी डिजिटल मार्केट में उपलब्ध हैं। ई-पुस्तकें बहुत आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन वे कागजी पुस्तकों का स्थान नहीं ले सकते।