केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के एक इंटरव्यू वीडियो को एडिट करके सोशल मीडिया पर गलत तरीके से चलाया। जिसके बाद अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव जयराम रमेश को कानूनी नोटिस भेजा है। वीडियो से भ्रम फैलाने और लोगों को गुमराह करने के लिए नोटिस में लिखित में माफी मांगने की मांग की गई है।
दरअसल, हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने The Lallantop के जमघट शो में पहुंच लंबा-चौड़ा इंटरव्यू दिया था। गडकरी से सरकार के अंदरूनी और बाहरी अलग-अलग मुद्दों को लेकर कई सवाल किए गए। जिस पर वे जवाब दे रहे थे। इस बीच जब गडकरी ने कहा कि गांव-गरीब-मजदूर-किसान व जल-जंगल-जमीन की अर्थव्यवस्था को लेकर विकास का जो काम किया जाना चाहिए था वो उस स्तर पर नहीं हुआ। जो बाकी क्षेत्रों में किया गया।
गडकरी ने कहा कि इसलिए आज गांव, गरीब, मज़दूर और किसान दुखी हैं। गावों में अच्छे रोड नहीं, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं, अच्छे अस्पताल नहीं, अच्छे स्कूल नहीं हैं। किसानों को उनकी फसलों का सही भाव नहीं मिल रहा है। गडकरी ने आगे कहा कि, हमारी सरकार आने के बाद हम इस ओर लगातार काफी काम कर रहे हैं। पीएम मोदी इस ओर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है।
वहीं गडकरी के इसी बयान के वीडियो को जब कांग्रेस ने जब तोड़-मरोड़ कर पेश सोशल मीडिया पर पेश किया तो गडकरी के बयान को वर्तमान सरकार से जोड़ दिया गया। कांग्रेस ने वीडियो शेयर करते हुए कहा- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कथन के अनुसार आज गांव, गरीब, मज़दूर और किसान दुखी हैं। गावों में अच्छे रोड नहीं, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं, अच्छे अस्पताल नहीं, अच्छे स्कूल नहीं हैं। किसानों को उनकी फसलों का सही भाव नहीं मिल रहा है। जबकि कांग्रेस किसानों को MSP देगी।