भोपाल। ऐशबाग स्थित एक होलसेल गोडाउन का ताला तोड़कर 4.50 लाख रुपये नकद और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर चोरी करने वाले 2 शातिर बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से चोरी किए गए पूरे रुपये और सामान के साथ ही वारदात में उपयोग की गई होंडा साइन बाइक बरामद की गई है। बदमाशों से ताला तोड़ने वाला औजार भी मिला है। पकड़े गए दोनों बदमाश शातिर हैं, जिनके खिलाफ दूसरे थानों में पहले से चोरी और नकबजनी के कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस के मुताबिक विक्रांत जैन (39) लाला लाजपतराय कालोनी, पंजाबी बाग अशोका गार्डन में रहते हैं और अभिरुचि परिसर में यति ट्रेडिंग कंपनी के नाम से होलसेल का व्यवसाय करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि बीती 9 फरवरी की रात करीब नौ बजे गोडाउन में काम करने वाले कर्मचारी ने मैनेजर राजेश नागर को कलेक्शन का पैसा लाकर दिया, जिसे मैनेजर अलमारी में रख दिया था। उनके गोडाउन में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। तड़के करीब पौने चार बजे राजेश ने विक्रांत को फोन करके बताया कि उनके गोडाउन के ताले टूटे हुए हैं। विक्रांत जैन गोडाउन पर पहुंचे तो ताले टूटे मिले और अमलारी खुली हुई थी। अलमारी में रखा कलेक्शन का पूरा कैश, सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग करने वाला डीवीआर गायब था। पुलिस ने विक्रांत की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियो ंके खिलाफ नकबजनी का केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की।
पैसों का बंटवारा करते पकड़े गए बदमाश
थाना प्रभारी आशीष सप्रे ने बताया कि शनिवार को मुखबिर से सूचना मिली कि अभिरुचि परिसर स्थित हरीराम की बगिया के पास दीवार की आड़ में बैठे दो युवक आपस में पैसों का बंटवारा कर रहे हैं, जो कहीं से चोरी किए गए हैं। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दोनों संदेहियों को हिरासत में लिया। पूछताछ पर उन्होंने अपने नाम अनुराग सुन्दरे (20) निवासी दुर्गा मंदिर के पास हाउसिंग बोर्ड कालोनी ऐशबाग हाल पता आदमपुर छावनी बिलखिरिया तथा फैजान खान (18) नेहरू नगर झुग्गी थाना पिपलानी बताया।
तलाशी लेने पर फैजान के पास थैली से कुल 2,24,950 रुपए तथा अनुराग सुन्दरे से कुल 2,24,500 रुपए बरामद हुए। रुपयों के बारे में पूछताछ पर आरोपियों ने उक्त रुपये गोडाउन का ताला तोड़कर चोरी करवा स्वीकार किया। पुलिस ने चोरी किया गया डीवीआर, वारदात में प्रयुक्त औजार और होंडा साइन बाइक भी बरामद की है।
इस प्रकार देते थे वारदात को अंजाम
आरोपी अनुराग सुंदरे पहले आसपास नौकरी की तलाश करता था फिर इलाके की रैकी करता था। उसके बाद दोस्त फैजान के साथ रात के समय लोहे की राड से शटर और गेट का ताला तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम देता था। इसके पहले आरोपी सीसीटीवी कैमरों के तार काट देते थे। पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ पहले अवधपुरी थाने में भी नकबजनी के कई अपराध दर्ज हैं।