भोपाल। धोखाधड़ी समेत 55 से ज्यादा मामलों में पिछले चार साल से फरार चल रहे एक बिल्डर को क्राइम ब्रांच ने जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया है। वह चाय कैफे चलाकर फरारी काट रहा था। भोपाल में करोड़ों रुपये की जमीन बेचकर वह भाग गया था। उसके खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में कई केस दर्ज हैं। एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि चंदन सिंह वर्मा नामक व्यक्ति ने बिल्डर सुनील टिबड़ेवाल के खिलाफ नवंबर 2019 में शिकायत की थी। चंदन ने पुलिस को बताया कि कृष्णा बिल्डर्स एण्ड डेवलपर्स के प्रोपराइटर सुनील टिबड़ेवाल से उसने रातीबड़ स्थित ग्राम खुरचनी में तीन प्लाट खरीदे थे।
इसके लिए कुल 6 लाख 80 हजार रुपये का भुगतान किया था, लेकिन सुनील ने प्लाटों की रजिस्ट्री नहीं कराई थी। चंदन जब भी बिल्डर के सागर होम्स कोलार रोड स्थित आफिस जाकर रजिस्ट्री की बात करता तो सुनील उसका पार्टनर विवेक शर्मा धमकी देते हैं। इस पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी और धमकी देने समेत एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। विवेक शर्मा को उसी समय गिरफ्तार किया गया था, जबकि बिल्डर सुनील फरार हो गया था। उसके बाद से आरोपी की तलाश की जा रही थी। उसकी गिरफ्तारी पर तीस हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
तीन महीने की मशक्कत के बाद मिली लोकेशन
श्री चौहान ने बताया कि फरार चल रहे बिल्डर की तलाश में एक टीम लगाई गई थी। करीब तीन महीने की मशक्कत के बात उसकी सही लोकेशन मिली, जिसके बाद पुलिस की टीम जयपुर राजस्थान भेजी गई। उसके बाद पुलिस ने बिल्डर सुनील टिबड़ेवाल (55) को उसके वर्तमान पते मानसरोवर कालोनी, जयपुर राजस्थान से पकड़ लिया गया। आरोपी जयपुर में चाय-वाय कैफे और स्मैक कैफे का संचालन करते हुए फरारी काट रहा था।
इसके पहले वह जीरकपुर, चंढीगढ़, पंजाब, दिल्ली, खाटू श्याम, सालासर मंदिर, झुंझनू, नीमराणा में फरारी काट चुका था। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और मारपीट समेत करीब एक दर्जन अपराध शहर के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इसके अलावा चैक बाउंस के 55 मामलों में भी वह फरार चल रहा था। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।