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- बाइडेन जी20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी भारत यात्रा के दौरान कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।
- जलवायु परिवर्तन, विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों के सुधार जैसे अपने प्रिय मुद्दों को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन नई दिल्ली में होने वाले ऐतिहासिक जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत रवाना हो गए। एक बयान में व्हाइट हाउस ने कहा है कि बाइडेन जी20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी भारत यात्रा के दौरान कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करेंगे। दरअसल, अमेरिका की प्रथम महिला और बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन सोमवार को कोरोना जिटिव हो गई थीं। इसके बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार और मंगलवार को कोरोना टेस्ट करवाया, जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसको देखते हुए जिल बाइडेन को डेलावेयर स्थित घर में अलग रखा गया है और वह राष्ट्रपति के साथ भारत और वियतनाम की यात्रा नहीं कर रही हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन साथ आ रहे
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन एयर फ़ोर्स वन विमान से भारत आ रहे हैं, जिसमें उनके साथ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन, डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ जेन ओ’मैली डिलन और ओवल ऑफिस संचालन की निदेशक एनी टोमासिनी हैं।
ये मेहमान भी बाइडेन के साथ होंगे
राष्ट्रपति के साथ प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर, प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे, भाषण लेखन निदेशक विनय रेड्डी, संचार निदेशक बेन लाबोल्ट, शेड्यूलिंग और एडवांस निदेशक रयान मोंटोया, प्रोटोकॉल के कार्यवाहक प्रमुख एथन रोसेनज़वेग, एनएससी समन्वयक आदि आ रहे हैं। व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडेन शुक्रवार शाम को जर्मनी के रामस्टीन में ईंधन भरने के लिए रुकेंगे और इसके बाद दिल्ली रवाना होंगे।
बाइडेन को जी-20 के सफल होने की आशा
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल आशा कर रहे हैं और जलवायु परिवर्तन, विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों के सुधार जैसे अपने प्रिय मुद्दों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। बता दें कि राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन भारत की पहली यात्रा आ रहे हैं। शुक्रवार शाम को दिल्ली पहुंचने के बाद बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी की द्विपक्षीय बैठक होने की उम्मीद है। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं द्वारा जून में प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन की आधिकारिक यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों पर हुई प्रगति की समीक्षा करने की संभावना है।