भोपाल। अगले दो महीनों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू हो जाएगी। इस सुविधा के लिए उपकरणों की खरीदी और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यहां किडनी ट्रांसप्लांट के साथ क्रानिक एंबुलेटरी पेरिटोनियल डायलिसिस (सीएपीडी), प्लाज्मा फेरेसिस और आईसीयू डायलिसिस की सुविधा भी शुरू होगी। विशेष बात यह है कि एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट निजी अस्पताल के मुकाबले 10 गुना कम व्यय में हो जाएगा।
एम्स में आने वाले मरीजों को वर्तमान में डायलिसिस की सुविधा मिल रही है। नेफ्रोलाजी विभाग की ओर से किडनी ट्रांसप्लांट, सीएपीडी, प्लाज्मा फेरेसिस और आईसीयू डायलिसिस की सुविधा शुरू करने जा रहा है। ट्रांसप्लांट को लेकर लगभग सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया गया है। अक्टूबर माह तक यह उपकरण एम्स में स्थापित कर दिए जाएंगे। जिसके बाद ट्रांसप्लांट शुरू कर दिया जाएगा। मरीजों के आने के बाद उनके पंजीयन की प्रक्रिया भी एम्स करीब-करीब अगस्त माह से ही शुरू कर देगा।
दिल्ली एम्स के खर्च पर होगा ट्रांसप्लांट
एम्स भोपाल में किडनी ट्रांसप्लांट दिल्ली एम्स के रेट पर किया जाएगा। इसमें एक से डेढ़ लाख या कुछ मामलों में अधिकतम दो लाख रुपए खर्च आएगा, जबकि निजी अस्पतालों में ट्रांसप्लांट पर करीब आठ से 10 लाख रुपए खर्च आता है। राजधानी में अभी हमीदिया और एक निजी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता है।
-डोनर प्रोग्राम शुरू करेगा एम्स
किडनी ट्रांसप्लांट के लिए एम्स भोपाल डोनर प्रोग्राम भी शुरू करने की योजना तैयार कर रहा है। प्रोग्राम के तहत ट्रांसप्लांट शुरू करने के लिए विशेष ओपीडी में मरीजों को चिह्नित किया जाएगा। इसमें मरीज और किडनी देने वाले दोनों का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद सभी जांचें कराई जाएंगी। सब कुछ सही मिलने पर ट्रांसप्लांट हो सकेगा।
Kidney transplant will start in AIIMS in two months The cost will be ten times less than that of private hospitals.