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- भारत के सर्विस सेक्टर का पीएमआई लगातार 23 महीनों से 50 के ऊपर बना हुआ है।
- कंपोजिट पीएमआई सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग के ज्वांइट आउटपुट पर आधारित होता है।
- पीएमआई डेटा 400 कंपनियों के सर्वे के बाद जारी किया जाता है।
नई दिल्ली । भारत के सर्विस सेक्टर की वृद्धि दर जून में पिछले तीन महीनों में सबसे कम रही है, हालांकि मजबूत मांग के चलते सकारात्मक माहौल बना हुआ है और नए बिजनेस में भी बढ़ोतरी हो रही है और इससे नई जॉब भी पैदा हो रही हैं। एक निजी सर्वे में ये बात सामने आई है। एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सर्विसेज पीएमआई जून में गिरकर 58.5 पर आ गया है, जोकि मई में 61.2 पर था। गिरावट के बाद भी जून के सर्विस सेक्टर के पीएमआई को इसे काफी अच्छा माना जा रहा है। पिछले 23 महीनों से भारत के सर्विस सेक्टर का पीएमआई 50 के ऊपर बना हुआ है, जब भी पीएमआई 50 के ऊपर होता है तो माना जाता है कि सेक्टर बढ़ रहा है। जब भी ये 50 से कम होता है तो दर्शाता है कि सेक्टर में वृद्धि दर नकारात्मक है।
नए बिजनेस आने से सर्विस सेक्टर को रहा फायदा
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में इकोनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पोलियाना डी लीमा ने कहा कि जून में भारतीय सर्विसेज सेक्टर में तेजी जारी रही है। मॉनीटर किए जाने वाले सभी चार सब-सेक्टर में नए बिजनेस में बढ़ोतरी देखने को मिली है। साथ ही कहा कि वृद्धि होने से नई जॉब बढ़ाने में भी मदद मिली है। कीमतों के मोर्चे पर मिला-जुला असर रहा है। इनपुट लागत बढ़ने की रफ्तार धीमी रही है और लंबी अवधि के औसत के अनुरूप ही है। हालांकि, महंगाई छह सालों की उच्चतम स्तर पर है।
कंपोजिट पीएमआई में भी आई गिरावट
एसएंडपी ग्लोबल इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स, जो कि सर्विस सेक्टर और मैन्युफैक्चरिंग के उत्पादन को मापता है। यह जून में गिरकर 59.4 पर आ गया है, जो कि मई में 61.6 पर था। एसएंडपी की ओर से जारी किया जाने वाला पीएमआई डेटा 400 कंपनियों के सर्वे के बाद निकाला जाता है। इसमें सभी छोटी -बड़ी कंपनियों को शामिल किया जाता है।