ट्विटर ने पिछले महीने एलान किया था कि कंपनी 1 अप्रैल के बाद सभी के अकाउंट से ब्लू टिक हटा देगी लेकिन अभी तक किसी के अकाउंट से लीगेसी चैकमार्क नही हटा बल्कि ट्विटर से ही उसका ब्लू टिक यानी ट्विटर लोगो हट गया है। इससे तो आप भी हैरान हुए होगें। तो चलिए आपको एक और हैरान करने वाली बात बताते हैं कंपनी आपसे ब्लू टिक नहीं छीन सकती। आइए जानते हैं इसका कारण….
दरअसल, कंपनी आपसे एकदम से फ्री वाले ब्लू टिक नहीं छीन सकती। एक विदेशी रिपोर्ट के मुताबिक यदि कंपनी ऐसा करती है तो पूरा सिस्टम बिगड़ सकता है। इस रिपोर्ट में बताया गया कि कपनी के पास इंटरनल ऐसी कोई टेक्नोलॉजी नहीं है जो एक साथ 4.2 लाख लीगेसी अकाउंट से चेकमार्क को हटा दें। यानी ट्विटर कंपनी को ये काम मैनुअली करना होगा और एक-एक कर के सभी के अकाउंट से ब्लू टिक हटाना होगा।
ब्लू टिक में बदलाव करने पर क्या होगा?
मान लीजिए ट्विटर वेरिफिकेशन सिस्टम में कोई बदलाव करके सारे लिगेसी चेकमार्क को एक साथ हटाता है तब इसके सिस्टम में गड़बड़ी आ सकती है। वेरिफिकेशन सिस्टम में बदलाव करने से रेकमेंड होने वाले ट्वीट का एल्गोरिदम, स्पैम फिलटर और हेल्थ सेंटर आदि कई चीजों में परेशानी आ सकती है और वेबसाइट डाउन हो सकती है।
भारत में ट्विटर के ब्लू टिक का चार्ज
भारत में कंपनी वेब यूजर्स से 650 रुपये और IOS और एंड्रॉइड यूजर्स से 900 रुपये का चार्ज हर महीने ट्विटर ब्लू के लिए ले रही है।