गर्मी का मौसम शुरु हो गया है, ज्यादातर लोग गर्मी से ज्यादा सर्दी के मौसम को पसंद करते हैं। इसका कारण है कि गर्मी के मौसम में तेज गर्मी के कारण लोग घर के बाहर नहीं निकल पाते हैं और घर के अंदर बैठे बैठे बोर हो जाते हैं। हालाकि ऐसे में लोग एसी का सहारा लेते हैं लेकिन उसमें भी बिजली के बढ़ते बिल से परेशान भी नजर आते हैं। कूलर और पंखे के मुकाबलों में एसी कई गुना ज्यादा बिजली के यूनिट खर्च करता है। अब ऐसे में आपके लिए जरूरी हो जाता है कि आप इन्वर्टर और नॉन इन्वर्टर एसी के बीच के फर्क को जानें, ताकि आप समझ पाएं कि इस गर्मी आप कौन सा एसी खरीद सकते हैं जिससे आपका बिजली का बिल कम हो सके। यदि आप एसी खरीदना चाह रहें तो चलिए जानते हैं एसी खरीदने से पहले इन बातों को जान लें:-
क्षमता के बारे में
एसी खरीदने जाए तो सबसे पहले नॉन इन्वर्टर और इन्वर्टर एसी की क्षमता के बारे में अवश्य जान लें। नॉन इन्वर्टर एसी रेगुलर स्पीड की क्षमता पर चलता है। वहीं बात करें इन्वर्टर एसी की तो इसमें टेम्परेचर के साथ ही स्पीड और क्षमता में बदलाव देखने को मिलता है।
कूलिंग में अंतर है?
क्षमता के बाद कूलिंग के बारे में जान लें। इन्वर्टर एसी कंप्रेसर की मोटर की स्पीड को रेग्युलेट करता है। इसलिए ये कमरे को जल्दी ठंडा करता है। वहीं, ठंडे कमरे में इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर बंद नहीं होता बल्कि ये कम स्पीड के साथ काम करता रहता है। इसी वजह से ये कमरे के तापमान को एक जैसा बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि, नॉन इन्वर्टर में इसका उल्टा होता है।
कीमत में क्या है अंतर?
खरीदते समय ध्यान रखें कि ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही जगह कीमत को एक बार चेक कर लेना चाहिए। हालांकि, नॉन इन्वर्टर एसी के मुकाबले इन्वर्टर एसी की कीमत थोड़ी ज्यादा होती है।
बिजली की खपत
एसी खरीदते समय बिजली खपत को जरुर चेक कर लें । अमूमन नॉन इन्वर्टर एसी के मुकाबले इन्वर्टर एसी चलाने पर बिजली का बिल कम आता है।