रतन टाटा का पूरा नाम रतन नवल टाटा है वह टाटा ग्रुप की स्थापना करने वाले जमशेदजी टाटा के परपोते हैं। उनका जन्म 28 दिसंबर, 1937 को मुंबई में नवल टाटा और सूनी टाटा के घर हुआ था।
जिसके बाद1948 में रतन टाटा के माता-पिता अलग हो गए। इसक बाद उनकी दादी नवाजबाई टाटा ने उनका पालन-पोषण किया।
रतन टाटा करीब चार बार शादी के बंधन में बंधने के काफी करीब पहुंचने के बावजूद अभी भी अविवाहित हैं।
रतन टाटा ने एक इंटरव्यू के दौरान खुद इस बात का इजहार किया था कि लॉस एंजिल्स में काम करने के दौरान उन्हें एक लड़की से प्यार हो गया था। लेकिन 1962 में चल रहे भारत-चीन युद्ध के कारण लड़की के माता-पिता ने उसे भारत आने से मना कर दिया।
1961 में अपने करियर की शुरुआत में रतन टाटा ने जमीनी स्तर से टाटा स्टील के शॉप फ्लोर पर ऑपरेशन का मैनेजमेंट किया। इस दौरान हासिल किए गए अनुभव से वह टाटा ग्रुप में लीडरशिप रोल में आ सके।
2009 में रतन ने मध्यम वर्ग के लिए दुनिया की सबसे सस्ती कार उपलब्ध कराने का अपना वादा पूरा किया। इसके जरिये 1 लाख की कीमत वाली टाटा नैनो कार लांच की।
रतन टाटा ने जमशेदजी टाटा के समय से चली आ रही परंपरा को जारी रखते हुए यह सुनिश्चित किया कि टाटा ग्रुप का हेडक्वार्टर बॉम्बे हाउस आवारा कुत्तों के लिए स्वर्ग बना रहे।
360 वन वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023 के अनुसार, रतन टाटा एक्स पर 12 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स के साथ देश में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले उद्योगपति हैं।