गणेश चतुर्थी पर बप्पा को इन 5 मीठे व्यंजनों का लगाएं भोग

मोदक

चावल का आटा, घी और पानी एक साथ मिलाकर आटा तैयार करें। जिसमें नारियल, गुड़ और इलायची पाउडर को मिलाकर मीठा भरवान बनाएं। इसके बाद आटे का एक छोटा-सा हिस्सा लेकर इसे चपटा करें, फिर इसमें भरावन डालें और इसे मोदक का आकार दें।

पूरन पोली

मैदा और घी का नरम आटा गूंदकर इसमें चना दाल को 20 मिनट तक पानी में पकाएं और इसे छानकर एक बर्तन में डालें। दाल, जायफल, इलायची और गुड़ को 5 मिनट तक पकाएं। आटे की लोई बनाकर बेलें और फिर उसमें दाल वाला मिश्रण भरकर इसे फिर से बेलक्र सुनहरा भूरा होने तक पकाएं।

कढ़ाई में देसी घी गर्म करके उसमें एक छलनी में बेसन घोल भरकर कढ़ाई पर थपथपाएं ताकि छोटी-छोटी बूंदी देसी घी में गिरें। इसके बाद चीनी और पानी से थोड़ी चाशनी बनाकर उसमें बेसन की बूंदी, सूखे मेवे और इलायची पाउडर मिलाएं, फिर इस मिश्रण को लड्डू का आकार दें।

बूंदी के लड्डू

केसर पेड़ा

केसर को गर्म दूध में भिगोएं, फिर इसमें क्रम्बल खोया डालें। अब इसमें पिसी चीनी डालकर अच्छी तरह मिलाएं इलायची और केसर मिलाएं और मिश्रण को ठंडा होने दें, फिर इस मिश्रण को पेड़े का आकार देकर इन्हें परोसें।