जानें मातारानी के कुछ ऐसे शक्तिपीठो के बारे में, जिनमे माता के साथ साथ भगवन शिव भी है विराजमान

सर्वेशेल, गोदावरीतीर मंदिर, आंध्रप्रदेश

आंध्रप्रदेश के राजामुंद्री क्षेत्र स्थित गोदावरी नदी के तट पर कोटिलिंगेश्वर पर माता के वाम गंड (गाल) गिरे थे। गोदावरी तीर शक्ति पीठ या सर्वशैल प्रसिद्ध शक्ति पीठ है, यह हिन्दूओं के लिए प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है

सर्वेशेल, गोदावरीतीर मंदिर, आंध्रप्रदेश

जयदुर्गा मंदिर, वैद्यनाथ

जयदुर्गा वैद्यनाथ शक्तिपीठ: झारखंड के देवघर में स्थित वैद्यनाथ धाम जहां माता का हृदय गिरा था, जिस कारण यह स्थान ‘हार्दपीठ’ से भी जाना जाता है। इसकी लेक है जयदुर्गा और शिव को वैद्यनाथ कहते है।

मुक्तिधाम मंदिर, गंडकी (नेपाल)

नेपाल में गंडकी नदी के तट पर पोखरा नामक स्थान पर स्थित मुक्तिनाथ मंदिर, जहां माता का मस्तक या गंडस्थल अर्थात कनपटी गिरी थी। इसकी शक्ति है गण्डकी चण्डी और शिव या भैरव चक्रपाणि है।

मांगल्य चंडिका मंदिर, उज्जयिनी

पश्चिम बंगाल के उज्जयिनी मांगल्य चंडिका नामक स्थान पर माता की दाईं कलाई गिरी थी। यह जिसे देखने के लिए हर मोषम में लोग आते है यहाँ का नजरिया भी बहुत सुन्दर है।