साल 2023 में सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले, समलैंगिक विवाह, धारा 370 से लेकर नोटवंदी तक

साल 2023 यूँ तो कई ऐसी खास उपलब्धियों को लेकर याद किया जाएगा। लेकिन इस साल सुप्रीम कोर्ट के द्वारा कई ऐसे ऐतिहासिक मुद्दों पर भी फैसला सुनाया गया। जो देश के लिए यादगार रहेंगे।

भारत की शीर्ष अदालत ने 17 अक्टूबर को समलैंगिक विवाह को वैध बनाने से इनकार कर दिया और एक फैसले में जिम्मेदारी संसद को सौंप दी। जिससे LGBTQ समुदाय को काफी निराशा हुई।

साल 2023 में केंद्र ने आर्टिकल 370 को हटाने पर कानूनी लड़ाई जीत ली, पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने सर्वसम्मति से इसके प्रावधानों को निरस्त करने के अपने फैसले को बरकरार रखा।

सु्प्रीम कोर्ट ने 14 मार्च को केंद्र सरकार को झटका देते हुए इस साल भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों को यूनियन कार्बाइड कंपनी से 7400 करोड़ के अतिरिक्त मुआवजे दिलाने वाली याचिका को खारिज कर दिया।

देश की सर्वोच्च अदालत ने नोटवंदी की फैसलों को संविधान पीठ ने 4:1 बहुमत से 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले को बरकरार रखा। जिसे मोदी सरकार की बड़ी जीत के तौर पर देखा गया।