भोपाल। पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को रोक दिया है। मुख्यमंत्री द्वारा परीक्षा परिणाम पर रोक लगाए जाने के बाद नियुक्तियां नहीं होंगे। इससे चिंतत चयनित अभ्यर्थियों ने शुक्रवार सुबह प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात की। अभ्यर्थियों ने मंत्री डॉ. मिश्रा से कहा कि हम लोगों ने पढ़ाई करके परीक्षा पास की है। एक परीक्षा केंद्र पर सवाल खड़े होने के कारण हजारों में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्तियां रोकना ठीक नहीं है। ऐसे में उन चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किए जाने के आदेश दिए जाएं।
मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पटवारी भर्ती परीक्षा पास कर चयनित हुए अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया है कि वे उनके भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होने देंगे और सभी के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार सभी के साथ न्याय करेगी।
परीक्षा निरस्त कर दोबारा कराएं
इधर शुक्रवार दोपहर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने पूरी पटवारी भर्ती परीक्षा को निरस्त करके नए सिरे से परीक्षा कराने, 12 लाख 34 हजार जिन बेरोजगारों ने फार्म भरा है, उनकी फीस लौटाने और बिना फीस लिए परीक्षा कराने की मांग की है। कांग्रेस विधायक पटवारी ने सरकार से सवाल किया कि बार-बार ऑनलाइन आयोजित होने वाली परीक्षाओं में धांधली के आरोप लगते हैं तो पहले जैसे ऑफलाइन परीक्षाएं क्यों नहीं कराई जा रही हैं।
क्या है पूरा मामला
ज्ञात हो कि कर्मचारी चयन मंडल द्वारा पटवारी भर्ती परीक्षा आयोजित की गई है। ऑनलाइन परीक्षा कराने की जिम्मेदारी बेंगलुरु की एक निजी कंपनी को सौंपी गई थी। ग्वालियर स्थित एक निजी कॉलेज में बनाए गए परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने वाले छात्र मेरिट के टॉप टेन में 7 आए हैं।
परीक्षा में टॉप टेन में 7 छात्र एक ही कॉलेज से आने पर कांगेे्रस ने सवाल किए खड़े और परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया। इसके बाद गुरुवार रात मुख्यमंत्री ने परीक्षा परिणाम पर के आधार पर नियुक्यिों पर रोक लगाने के साथ उक्त परीक्षा केंद्र में परीक्षा परिणाम का परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं।
Patwari selected for recruitment exam met Home Minister Mishra, Congress said the entire exam should be canceled.