युवा दंपति ने दो बच्चों को कोल्ड ड्रिंक्स में सल्फास मिलाकर पिलाई फिर एक ही फंदे पर दोनों झूल गए
ऑनलाइन लोन के रिकवरी वालों ने अश्लील फोटो बनाकर करने लगे थे ब्लैकमेल
युवक के बॉस, परिजनों, रिश्तेदारों को भी मैसेज करके करते थे परेशान
सुसाइड नोट में लिखा- हम चारों का पीएम न कराएं, सामूहिक दाह संस्कार करें
भोपाल। राजधानी भोपाल मेें कर्ज से परेशान होकर एक परिवार द्वारा सामूहिक आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना देर रात की है। यह घटना रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ में हरिहर नगर स्थित शिव विहार कॉलोनी की है। युवा दंपति ने अपने दो मासूम बच्चों को कोल्ड ड्रिंक्स में सल्फास मिलाकर पिलाई, इसके बाद दोनों एक ही फंदे पर झूल गए। सूचना मिलने पर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
मृतक के पास एक चार पन्नों का एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने ऑनलाइन लिए गए कर्ज से परेशान होने, रिकवरी वालों द्वारा ब्लैकमेल करने का जिक्र है। सुसाइड नोट में पोस्टमार्टम न कराने, सामूहिक अंतिम संस्कार करने और परिजनों को कर्ज के लिए परेशान नहीं करने की बात लिखी गई है।
रातीबड़ थाना पुलिस के अनुसार 35 वर्षीय भूपेंद्र विश्वकर्मा मूलत: रीवा का रहने वाला है। वह शिव विहार कॉलोनी में 29 वर्षीय पत्नी ऋतु विश्वकर्मा और ऋतुराज (8) और ऋषिराज (3) जिन्हें परिजन (ऋषु और किशु) नाम से पुकारते हैं। के साथ रहते थे। वह प्राइवेट नौकरी करता था। कुछ माह पहले उसने ऑनलाइन लोन एप के जरिए लोन लिया था। आर्थिक तंगी के चलते ऋण की किश्तें समय पर नहीं चुका पाने के कारण लोन बढ़ता चला गया।
इसके बाद ऋण की रिकवरी करने वालों ने परेशान करना शुरू कर दिया तो उसी कंपनी के अधिकारियों ने दोबारा लोन लेने के लिए ऑफर दिया। इसके बाद भूपेंद्र विश्वकर्मा ने दोबारा ऋण किया और पुराना ऋण चुकता कर दिया। इसके बाद नए ऋण की बढ़ी हुए किश्तें देने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। जुलाई की किश्त समय पर जमा नहीं करने पर सोशल मीडिया के डीपी में लगी फोटो को निकालकर अश्लील बनाकर ब्लैकमेल करने के साथ बदनाम किया जाने लगा। इतना ही नहीं भूपेंद्र जहां काम करता था, उसके बॉस, रिश्तेदार और अन्य परिजनों की डिटेल भी सोशल मीडिया से निकालकर ऋण की रिकवरी करने वालों ने परेशान करना शुरू कर दिया था।
मेरी बेटी की शादी कैसे होगी, मैं लोगों का क्या मुंह दिखाऊं
चार पन्नों के सुसाइड नोट में भूपेंद्र ने ऋण देने वाली कंपनी के अधिकारियों और रिकवरी करने वालों द्वारा समय-समय पर की जाने वाली प्रताडऩा का पूरा जिक्र है। इसके साथ उसने लिखा है कि वह जिस तरह से मेरे परिवार को बदनाम कर रहे हैं, ऐसे में मेरी बेटी की शादी कैसे होगी। मैं अपने घर वालों, माता-पिता, भाई-भाभी, अन्य परिजन, ससुराल वालों के साथ रिश्तेदारों और परिचितों से कैसे मिलूं, क्या मुंह दिखाऊं। मैं अब समाज में रहने लायक नहीं बच पा रहा हूं, इस कारण आत्महत्या कर रहा हूं।
स्माल फैमिली को तकलीफ में नहीं छोड़ सकता, इसलिए इन्हें साथ ले जा रहा हूं
भूपेंद्र विश्वकर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपनी स्माल फैमिली ऋषु व किशु को यहां किसी तकलीफ में मैं नहीं छोड़ सकता, इसलिए मैं अपने बच्चों को भी साथ लिए जा रहा हूं। एक बार फिर मैं सभी लोगों से माफी मांगता हूं
पत्नी कहती थी, गलत तो नहीं कर रहे…… ऑनलाइन गेमिंग ऐंगल पर भी जांच
भूपेंद्र ने सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र किया है कि वह आर्थिक तंगी के चलते ऑनलाइन कर्ज लिया, ऑनलाइन कार्य के दौरान वह इस दलदल में फंसा। सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र भूपेंद्र ने किया है कि जब वह ऑनलाइन जॉब के दौरान इस दलदल में फंसा, तो मेरी पत्नी पूछती थी कि कोई गलत कार्य तो नहीं कर रहे हो। मैं कहता था कि नहीं कोई गलत कार्य नहीं कर रहा हूं। पुलिस सुसाइड नोट के इन बिंदुओं को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं।
अधिकारियों को इस बातों सेे यह भी आशंका हो गई है कि कहीं भूपेंद्र ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में तो नहीं पड़ा था और उसी की वजह से पैसे हारता गया हो और फिर ऑनलाइन लोन लेना पड़ा हो। हालांकि अधिकारी अभी इस संबंध में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
Young man trapped in the quagmire of debt from online loan app, commits suicide along with the whole family.