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- सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया कि हमारी मांगें सुनी जाएंगी.
- बयान बदलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.
नई दिल्ली । ओलंपियन बजरंग पूनिया ने कहा है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में बयान बदलने वाली नाबालिग लड़की के पिता ने कहा था कि वह ‘काफी दबाव में’ थे और इसी वजह से पूरा परिवार ‘डिप्रेशन में’ था. एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में बजरंग पूनिया, जो डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ पहलवानों के विरोध का एक प्रमुख चेहरा रहे हैं, ने शनिवार को कहा, ‘यदि कोई व्यक्ति दबाव में है, तो उसे कुछ भी कहने के लिए मजबूर किया जा सकता है’। बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली पहलवानों में से एक लड़की के बयान बदलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले पर अब ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि लड़की के नाबालिग होने या न होने पर उसके परिवार के सदस्य ही सही जानकारी दे सकते हैं! बजरंग पूनिया ने कहा कि नाबालिग के पिता ने बोला है कि मुझ पर दवाब है। इसलिए उन्होंने बयान बदले हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनका पूरा परिवार डिप्रेशन में था. अगर बृजभूषण जैसे लोग बाहर घूमते रहेंगे तो लड़कियों को तोड़ेंगे ही. दुखद बात यह है कि फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं कि पहलवान मंत्रियों के साथ समझौता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिल चुके हैं. सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया कि हमारी मांगें सुनी जाएंगी. अगर जरूरी हुआ तो हम 15 जून के बाद विरोध प्रदर्शन करेंगे और हमारे विरोध शुरू करने के बाद कोई भी पहलवान अपने सरकारी कर्तव्यों को फिर से शुरू नहीं करेगा. अगर हम अपना विरोध फिर से शुरू नहीं करते हैं, तो सभी पहलवान अपनी सरकारी नौकरी पर लौट आएंगे। पहलवान ने आगे कहा कि आज खिलाड़ियों के तरफ से पंचायत बुलाई गई थी. हमने पंचायत के सामने अपनी बात रखी. खाप पंचायत को बोला है कि सरकार ने 15 तारीख तक का समय दिया है. पंचायत ने बोला है कि अगर 15 तारीख के बाद कुछ नहीं हुआ तो आंदोलन दोबारा शुरू होगा. सरकार ने हमें आश्वासन दिया है कि 15 जून से पहले चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी और बृजभूषण और उनके सहयोगी डब्ल्यूएफआई के सदस्य नहीं बनेंगे।