मुख्यमंत्री ने रिहंद सिंचाई परियोजना का किया भूमि-पूजन
तेंदूपत्ता संग्राहकों को बांटा पानी की कुप्पी, साड़ी और चरण पादुका
भोपाल। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगरौली जिले के सरई में आयोजित समारोह में तेंदूपत्ता संग्राहकों को साड़ी,पानी की कुप्पी, जूता-चप्पल और छाते के लिए बैंक खाते में 200 रुपए दिए हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब मेरी तेंदूपत्ता संग्राहक बहने नंगे पांव जंगलों में तेंदूपत्ता तोडऩे जाती थीं और उनके पैर में कांटा चुभता था तो मुझे बहुत दर्द होता था। भाई मुख्यमंत्री हो, तो बहन नंगे पैर क्यों चले।
इसे ध्यान में रख हमने मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना बनाई। योजना में प्रदेश के 15 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक भाई-बहनों को चप्पल, साड़ी, पानी की कुप्पी दी जाती है। अब निर्णय लिया गया है कि संग्राहकों को छाता भी दिया जाये। इसके लिये 200-200 रुपये की राशि उनके खातों में भिजवाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने 672 करोड़ की लागत से बनने वाली रिहंद सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन भी किया है।
गरीबों की सेवा कर रही केंद्र और मप्र सरकार
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार, दोनों निरंतर गरीबों की सेवा और कल्याण के कार्य करती रहती हैं। मेरे लिये जनता ही भगवान है। दीन-दुखियों की सेवा भगवान की सेवा से बढ़ कर है। मेरा जीवन गरीबों की सेवा के लिये है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गरीबों को नि:शुल्क अनाज, आवास, स्वास्थ्य एवं सभी आवश्यक सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। प्रदेश में ऐसे गरीबों, जिनके पास आवास के लिये जमीन नहीं है, को मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में पट्टे दिये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना केवल योजना नहीं एक क्रांति है। इसने बहनों का जीवन बदल दिया है। इस योजना से मिलने वाली राशि से महिलाओं का आत्म-विश्वास और सम्मान बढ़ा है। अब परिवार में भी उन्हें अधिक सम्मान दिया जा रहा है। बहनों के सशक्तिकरण के लिए हर गांव में लाड़ली बहना सेना गठित की गई है। यह सेना लाड़ली बहना सहित शासन की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी करेगी।
When brother is chief minister then why should sister walk barefoot: Chief Minister.