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- अमेरिकी नागरिकों को बचाने के लिए कोई भी सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।
- इस्राइल और हमास में जारी लड़ाई में अब तक 1600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
- इस्राइल में अमेरिकी नागरिकों का पता लगाएं और उन्हें बचाएं।
वॉशिंगटन, अमेरिकी नागरिकों की जान पर किसी भी संभावित खतरे की वह जांच कर रहे हैं और अमेरिकी नागरिकों को बचाने के लिए कोई भी सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे। एफबीआई की यह चेतावनी ऐसे समय आई है, जब इस्राइल और हमास के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है। एफबीआई ने सोशल मीडिया पर साझे किए गए एक पोस्ट में यह बात कही।
एफबीआई ने दी चेतावनी
एफबीआई ने लिखा कि ‘अभी तक उन्हें ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है, जिसमें अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर किसी खतरे की बात बताई गई हो लेकिन वह इस्राइल पर हमास के हमले और उसके बाद के हालात पर करीब से नजर रखे हुए हैं और कोई सूचना मिलने पर उसे तुरंत राज्य सरकारों, संघीय जांच एजेंसी और अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों के साथ साझा किया जाएगा। एफबीआई ने लिखा कि हम कड़ा रुख अपनाने से बिल्कुल भी नहीं झिझकेंगे और उचित कदम उठाएंगे।’
इस्राइल में मारे गए 11 अमेरिकी नागरिक
एफबीआई ने ये भी बताया कि इस्राइल में स्थित कानूनी एजेंसियों से जुड़े लोगों को निर्देश दिया गया है कि वह इस्राइल में अमेरिकी नागरिकों का पता लगाएं और उन्हें बचाएं। इस्राइल स्थित अमेरिकी अधिकारी और एफबीआई मिलकर काम कर रहे हैं और इस्राइल में मौजूद अमेरिकी लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला जा रहा है। बता दें कि इस्राइल पर हमास के हमले में 11 अमेरिकी नागरिकों की मौत की खबर है। अमेरिका ने आशंका जताई है कि जिन लोगों को हमास के आतंकियों ने अगवा किया है, उनमें अमेरिकी नागरिक भी हो सकते हैं। एफबीआई और अन्य जांच एजेंसियां जांच में जुटी हैं। इस्राइल और हमास में जारी लड़ाई में अब तक 1600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 900 से ज्यादा लोग इस्राइल में और 700 के करीब गाजा पट्टी के इलाके में मारे गए हैं। इस लड़ाई में अभी तक 3000 के करीब लोग घायल भी हैं। वहीं इस्राइस के हमलों के बाद हमास ने धमकी दी है कि वह इस्राइल का बदला बंधक बनाए गए नागरिकों से लेगा और उनकी लाइव टीवी पर हत्या करेगा। वहीं इस्राइल ने लंबे समय तक युद्ध लड़ने की तैयारी कर ली है और करीब तीन लाख सैनिकों को आतंकियों से लड़ने से के लिए तैनात कर दिया है।