मणिपुर में दो युवकों की मौत पर हिंसक विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। भीड़ ने इंफाल पश्चिम में डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय में तोड़फोड़ की और दो चार पहिया वाहनों को आग लगा दी। दरअसल, जुलाई में लापता हुए दो युवकों के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंगलवार को राज्य की राजधानी में छात्रों के नेतृत्व में हिंसा की एक ताजा घटना भड़क गई।
इसके अलावा राज्य के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई। भीड़ ने भाजपा कार्यालय को आग के हवाले कर दिया और डिप्टी कलेक्टर के घर पर हमला कर बरामदे में खड़ी कारों को जला दिया। राज्य में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। भीड़ ने कार्यालय के दरवाजों और खिड़कियों को भी तोड़ दिया और परिसर के भीतर खड़े एक वाहन में भी तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में छात्र शामिल थे।
हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने 19 विशिष्ट पुलिस थाना क्षेत्रों को छोड़कर पूरे मणिपुर को अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है। पहाड़ी इलाकों में सशस्त्र बल विशेष शक्ति अधिनियम को 6 महीने के लिए बढ़ाया गया है। इसके साथ ही राज्य में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गयी है साथ ही बच्चों को स्कूलों को भी बंद करने के आदेश दिए गए है।