दशहरे के दिन को सर्वसिद्धि देने वाला दिन कहा जाता है। अत :आज का दिन सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए शुभ है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन शुरू किया गया कोई भी काम सफल होता है। इसलिए इस दिन बच्चों के पत्र लिखना, दुकान या घर का निर्माण, गृह प्रवेश, मुंडन, अन्नप्राशन, नामकरण, करण छेदन, यज्ञोपवीत संस्कार आदि शुभ कार्य किए जाते हैं।
दशहरा 2023: दशहरे पर पान का महत्व
दशहरे के दिन पान खाने, खिलाने और हनुमानजी को चढ़ाने का भी महत्व है। क्योंकि पान को सम्मान, प्यार और जीत का सूचक माना जाता है। इसलिए इस दिन रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का दहन करने के बाद पान खाना चाहिए। इसका एक कारण यह भी है कि नवरात्र के बाद मौसम में बदलाव के कारण संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य की दृष्टि से पान के पत्ते का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और संक्रामक रोगों से बचाता है।
दशहरे पर नीलकंठ पक्षी के दर्शन का महत्व
दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी का दिखना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि अगर नीलकंठ पक्षी के दर्शन हो जाएं तो आपके सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। नीलकंठ पक्षी को भगवान का प्रतिनिधि माना जाता है। दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन से धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।
इन राशियों के लिए शुभ है दशहरा
आज विजयादशमी के दिन शश राजयोग बन रहा है। इसके अलावा गुरु और शुक्र के आमने-सामने होने से समसप्तक योग बन रहा है। आज बुधादित्य योग भी बन रहा है. राजयोग के दुर्लभ संयोग से कुछ राशियों की किस्मत खुल जाएगी। इससे कर्क, तुला और कुंभ राशि वाले लोगों को विशेष लाभ मिलेगा।
विजयादशमी के दिन सुंदरकांड का पाठ करें
विजयादशमी मंगलवार के दिन पड़ने से शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन सुंदरकांड का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति पर आने वाली हर मुसीबत टल जाती है और उसे हर संकट से मुक्ति मिल जाती है।
दशहरा के दिन करें ये उपाय
दशहरे के दिन अपराजिता और शमी के पेड़ से जुड़े उपाय बहुत लाभकारी माने जाते हैं। इस दिन रात के समय शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। अपराजिता वृक्ष की पूजा करने से घर में बरकत आती है। दशमी के दिन ही मां दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का वध किया था. इसलिए इसे विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है। देशभर में अलग-अलग जगहों पर रावण दहन होता है और हर जगह की परंपराएं बिल्कुल अलग-अलग होती हैं। इस दिन रावण के साथ-साथ मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले भी जलाए जाते हैं।
दशहरा 2023 शुभ योग
आज दशहरे पर दो शुभ योग बन रहे हैं. रवि योग सुबह 06 बजकर 27 मिनट से दोपहर 03 बजकर 38 मिनट तक रहेगा. इसके बाद यह योग शाम 6:38 बजे से 25 अक्टूबर की सुबह 06:28 बजे तक रहेगा. वृद्धि योग दोपहर 03:40 बजे से शुरू होकर पूरी रात रहेगा.
दशहरा 2023
दशहरे का दिन किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए बहुत शुभ माना जाता है। दशहरे के दिन बच्चों का अक्षर लेखन, घर या दुकान का निर्माण, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन, कर्ण छेदन, भूमि पूजन जैसे कार्य शुभ माने जाते हैं।
दशहरा 2023 किसकी पूजा करें
दशहरे के दिन भगवान श्री राम के साथ-साथ हनुमान जी की पूजा का भी विशेष महत्व है।
इस दिन देवी दुर्गा के स्वरूप देवी अपराजिता का भी आह्वान करें।
विजयादशमी के दिन हथियारों को साफ करने और बाद में उनकी विधिवत पूजा करने की परंपरा है।
दशहरा 2023 और मंगलवार का संयोग
आज दशहरे के दिन मंगलवार को अनोखा संयोग बन रहा है। अगर आप इस दिन अपनी मनोकामना पूरी करना चाहते हैं तो दशहरे वाले दिन मंगलवार को हनुमान मंदिर जाएं और भगवान को सिन्दूर और चमेली का तेल चढ़ाएं। इससे आपकी हर मनोकामना पूरी होगी.