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- संसद के मानसून सत्र का आज छठा दिन है। मणिपुर मुद्दे को लेकर सदन में आज भी हंगामे के आसार हैं।
नई दिल्ली, संसद के मानसून सत्र का आज छठा दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित हो गई। वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही कुछ देर तक सुचारू रूप से चली। इसके बाद यहां भी हंगामा शुरू हो गया। एनडीए सांसदों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए जिसके जवाब में विपक्षी सांसदों ने भी इंिडया-इंिडया के नारे लगाए। हंगामा बढ़ता देख राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
मणिपुर पर विरोध जताते हुए काले कपड़े पहनकर पहुंचे विपक्षी सांसद
इससे पहले भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन के सभी संसद सदस्य मणिपुर की स्थिति पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए काले कपड़े पहनकर सदन पहुंचे। समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी और पीएम एक हैं। मणिपुर में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) की ओर से फैलाई गई नफरत और भाजपा की वोट बैंक की राजनीति का नतीजा है। अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि एजेंसियों को पता न हो। वहां जो कुछ भी हो रहा है, उसकी उन्हें (केंद्र सरकार) जानकारी होनी चाहिए। अगर सरकार ने यह सब होते देखा है, तो उन्हें सत्ता में नहीं रहना चाहिए।
विपक्ष का वर्तमान, अतीत, भविष्य काला है
राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भारत की विदेश नीति में नवीनतम विकास पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के बयान के तुरंत बाद विपक्षी सांसदों द्वारा पहने जाने वाले काले कपड़ों पर एक टिप्पणी की। उनका कहना है, “दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने गंभीर मामले पर भी राजनीति हो रही है। ये भारत के सम्मान की बात है, दुनिया के सामने भारत की उभरती छवि की बात है। मुझे लगता है कि जो लोग काले कपड़े पहन रहे हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। विपक्ष के नेता देश की बढ़ती ताकत को समझें। उनका वर्तमान, अतीत और भविष्य काला है। लेकिन हमें उम्मीद है कि उनके जीवन में भी रोशनी होगी।
सरकार अपना संवैधानिक कर्तव्य निभाए
हम सरकार को यह एहसास दिलाने की कोशिश करेंगे कि इस देश का अभिन्न अंग मणिपुर जल रहा है। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि मणिपुर को बचाएं और अपना संवैधानिक कर्तव्य निभाएं। राज्य सरकार को भंग कर दिया जाना चाहिए और सीएम को बर्खास्त कर देना चाहिए।