राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के हलवाइयों ने राजस्थान के भीलवाड़ा में दुनिया की सबसे बड़ी 207 किलो की रोटी बनाई है। रोटी को तैयार करने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजी जाएगी। दो दिनों से तैयारियाें के बाद इस रोटी को बनाया गया। रविवार सुबह 10.30 बजे से हरिसेवा धाम में महामंडलेश्वर संत हंसराम के आश्रम के पीछे बने मैदान में 22 लोगों ने मिलकर आटा गूंथना शुरू कर दिया था। दोपहर साढ़े 3 बजे तक रोटी बनकर सिककर तैयार हुई। पांच घंटे में इसे बनाया गया। इस रोटी को पकाने के लिए करीब 20 लीटर घी का उपयोग किया गया। हलवाइयों ने गूंथने के आटे में मैदा और घी मिलाया था। आटे को छोटे-छोटे हिस्सों में गूंथा गया था फिर गूंथे आटे को सीधे तवे पर ही बेला गया था। इसके बाद संतों के सानिध्य में वैदिक मंत्राेच्चार के साथ चूल्हे पर रोटी को सेंका गया था।
इससे पहले गुजरात में बना था रिकॉर्ड
इसके पहले जामनगर (गुजरात) का करीब 145 किलोग्राम की रोटी बनाने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड है। अब इससे बड़ी रोटी भीलवाड़ा में बनाई गई। राजस्थानी जनमंच अध्यक्ष कैलाश सोनी के अनुसार रविवार सुबह से इस रोटी को बनते देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी। रोटी तैयार होने के बाद अब इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजा जाएगा।
ईंटों पर तैयार चूल्हे पर रखा 1000 किलो का तवा
रोटी को बनाने के एक हजार ईंटों चूल्हा तैयार किया गया था। चूल्हे में नीचे की जगह खाली रखकर इसमें लोहे की जाली लगाई थी। लोहे की जाली पर घास और कोयला डाला गया था। इस पर लोहा का 1000 किलो का तवा रखा गया था। रोटी को तवा पर ही बेली गई थी। आग के ताप में तकरीबन 5 घंटे में 207 किलो की रोटी को सेंका गया। गुजरात के हलवाई मोहनलाल के अनुसार पहले 150 किलो आटे से इस रोटी को तैयार करने वाले थे। उम्मीद नहीं थी कि आटा 207 किलो तक पहुंच जाएगा। इतनी बड़ी रोटी को पकाना टीम के लिए सबसे बड़ा चैलेंज था।