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- भारत पर आरोप लगाकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो फंसते नजर आ रहे हैं।
- भारत पर आरोप लगा रहे हैं और इसमें वह फंस गए हैं।
वाशिंगटन डीसी । खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर आरोप लगाकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल जस्टिन ट्रूडो अपने आरोपों के पक्ष में कोई सबूत पेश नहीं कर पाए हैं, वहीं भारत ने जिस तरह से कनाडा के आरोपों पर कड़ा रुख अख्तियार किया है, उससे खुद कनाडा के प्रधानमंत्री भी हैरान होंगे। कनाडा के सहयोगी ‘फाइव आइज’ (अमेरिका, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देशों से भी अब उन्हें समर्थन नहीं मिल रहा है। अब अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन के एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी ने जस्टिन ट्रूडो की तीखी आलोचना की है और आरोप लगाया है कि ट्रूडो बिना सोचे समझे भारत पर आरोप लगा रहे हैं और इसमें वह फंस गए हैं। पेंटागन के पूर्व अधिकारी और अमेरिकन एंटरप्राइजेज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने भारत कनाडा विवाद पर कहा कि ‘मुझे नहीं लगता कि कनाडा के सहयोगी देश जस्टिन ट्रूडो की थ्योरी से सहमत हैं। जब जमाल खाशोगी की इंस्तांबुल में हत्या हुई थी तो उस वक्त तुर्किए ने कई अहम सबूत दिए थे, जिसके चलते सऊदी अरब की दुनियाभर में आलोचना हुई थी। लेकिन जस्टिन ट्रूडो बिना सोचे समझे आरोप लगा रहे हैं और वह अब तक कोई सबूत पेश नहीं कर सके हैं। जब ट्रू़डो कहते हैं कि उन पर विश्वास कीजिए तो कोई भी उन पर विश्वास नहीं करता। यह सबकुछ चुनाव प्रचार के लिए हो रहा है, जिसमें ट्रूडो हारते दिख रहे हैं। यही वजह है कि अमेरिका समेत फाइव आइज देश इस मुद्दे पर कनाडा का साथ नहीं दे रहे हैं।’
‘प्रधानमंत्री ट्रूडो ने बहुत बड़ी गलती की है’
माइकल रूबिन ने कहा कि मुझे लगता है कि पीएम ट्रूडो ने बहुत बड़ी गलती की है। उन्होंने जो आरोप लगाए हैं, उसका सबूत वो खुद नहीं दे पाएंगे। उनके पास भारत सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है।
‘एक आतंकी को क्यों पनाह दे रही कनाडा की सरकार’
पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने ट्रूडो पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें यह बताना होगा कि उनकी सरकार एक आतंकी को पनाह क्यों दे रही है। उन्होंने भारत सरकार के खिलाफ कनाडाई पीएम के आरोपों पर उनके विचार पूछे जाने पर उपरोक्त बातें कही।
18 जून को निज्जर की गोली मारकर हत्या
गौरतलब है कि ट्रूडो ने कनाडा की संसद के अंदर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ होने का आरोप लगाया था। निज्जर को भारत ने आतंकी घोषित कर रखा है। उसकी 18 जून को कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
ब्लिंकन के बयान पर साधा निशाना
पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के फेलो भी हैं। वे ईरान, तुर्की और दक्षिण एशिया मामलों के एक्सपर्ट हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की टिप्पणी पर कि अमेरिका हमेशा अंतरराष्ट्रीय दमन के खिलाफ खड़ा है, उन्होंने कहा कि यदि ब्लिंकन यह बयान देते हैं तो हम वास्तव में पाखंडी हो रहे हैं, क्योंकि हम जिस बारे में बात कर रहे हैं, वह अंतरराष्ट्रीय दमन नहीं है।
‘कनाडा के आरोप राजनीति से प्रेरित’
इससे पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 21 सितंबर को कहा कि खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत के ‘संभावित संबंधों’ के बारे में कनाडा द्वारा लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि निज्जर की हत्या के संबंध में कनाडा ने भारत को कोई जानकारी साझा नहीं की है।