भोपाल। कमला पार्क के पास गुरुवार दोपहर पत्नी और बेटे के साथ जा रहे एक बुजुर्ग व्यक्ति अचानक बेहोश हो गए। उनकी सांसे लगभग थम चुकी थी, तभी वहां से निकल रहे एक ट्रैफिक आरक्षक ने सीपीआर देकर उनकी जान बचा ली। बुजुर्ग व्यक्ति परिवार के साथ किसी तेरहवीं के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। जानकारी के अनुसार आरक्षक विपिन जाट ट्रैफिक थाने में पदस्थ हैं। गुरुवार को उनकी ड्यूटी मोती मस्जिद के पास लगाई गई थी।
दोपहर के समय वह लंच करने के लिए घर जा रहे थे। करीब दो बजे वह कमला पार्क स्थित टापएण्डटाउन के पास पहुंचे तो सड़क किनारे काफी भीड़ लगी हुई और एक बुजुर्ग व्यक्ति को लोग घेरकर खड़े थे। उन्होंने पूछताछ तो किसी ने कुछ नहीं बताया।
वह बुजुर्ग के नजदीक पहुंचे तो पता चला कि उनकी सांसे थम रही हैं। विपिन ने तत्काल ही बुजुर्ग व्यक्ति को जमीन पर लिटाया और उन्हें सीपीआर देना शुरू किया। कुछ ही पलों में बुजुर्ग को सांस वापस चलने लगे तो उन्होंने उसे उठाया और पास वाले पार्क में लेकर पहुंचे। यहां उनकी हालत ठीक होने के बाद वह वहां से चले गए। विपिन ने बताया कि बुजुर्ग व्यक्ति के साथ उनकी पत्नी और बेटा थे, लेकिन उन्होंने उनसे नाम-पता नहीं पूछा।
मां-बेटे की बातचीत से लगा रहा था कि वह किसी तेरहवीं के कार्यक्रम में जा रहे थे। देर शाम जब वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले का पता चला तो उन्होंने आरक्षक विपिन के इस प्रयास की काफी सराहना की। विपिन ने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान उन्हें जान बचाने के लिए सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया, जो आज किसी की जान बचाने में काम आया।
Traffic constable saved life by giving CPR to an elderly man who suddenly fainted on the road.