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इस साल ठंड में एक बार जरूर जाएं जम्मू-कश्मीर की ये सुंदर वादियों वाला जगह, यहाँ की खूबसूरती कर देगी दिलखुश

शालीमार बाग (श्रीनगर)

शालीमार बाग़, भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में विख्यात उद्यान है जो मुगल बाग का एक उदाहरण है। इसे मुगल बादशाह जहाँगीर ने श्रीनगर में बनवाया था।इसे जहाँगीर ने अपनी प्रिय एवं बुद्धिमती पत्नी मेहरुन्निसा के लिये बनवाया था, जिसे नूरजहाँ की उपाधि दी गई थी।इस बाग में चार स्तर पर उद्यान बने हैं एवं जलधारा बहती है। इसकी जलापूर्ति निकटवर्ती हरिवन बाग से होती है।[1] उच्चतम स्तर पर उद्यान, जो कि निचले स्तर से दिखाई नहीं देता है, वह हरम की महिलाओं हेतु बना था।[2] यह उद्यान ग्रीष्म एवं पतझड़ में सर्वोत्तम कहलाता है। इस ऋतु में पत्तों का रंग बदलता है एवं अनेकों फूल खिलते हैं।

डल झील (श्रीनगर)

डल झील श्रीनगर, कश्मीर की एक प्रसिद्ध झील है। 18 किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई यह झील तीन दिशाओं से पहाड़ियों से घिरी हुई है। यह जम्मू-कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील है। इसमें सोतों से तो जल आता है साथ ही कश्मीर घाटी की अनेक झीलें आकर इसमें मिलती हैं। इसके चार प्रमुख जलाशय हैं गगरीबल, लोकुट डल, बोड डल तथा नागिन।

लोकुट डल के मध्य में रूपलंक द्वीप स्थित है तथा बोड डल जलधारा के मध्य में सोनालंक द्वीप स्थित है। भारत की सबसे सुंदर झीलों में इसका नाम लिया जाता है। पास ही स्थित मुगल वाटिका से डल झील का सौंदर्य अप्रतिम नज़र आता है। पर्यटक जम्मू-कश्मीर आएँ और डल झील देखने न जाएँ ऐसा हो ही नहीं सकता। डल झील के मुख्य आकर्षण का केन्द्र है यहाँ के शिकारे या हाउसबोट। सैलानी इन हाउसबोटों में रहकर झील का आनंद उठा सकते हैं।

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पहलगाम

पहलगाम प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है और आंखों और आत्मा को दावत देता है। यह शांत स्थान कश्मीर के मध्य में स्थित है और विश्व स्तर पर पृथ्वी पर स्वर्ग के रूप में प्रसिद्ध है। बर्फ से ढके हरे-भरे पहाड़, हरे-भरे देवदार के जंगल, विशाल घास के मैदान आदि इस जगह को जीवन में कम से कम एक बार देखने लायक बनाते हैं।इस जगह का प्राकृतिक आकर्षण ऐसा है कि आप इसे ज्यादा देर तक रोक नहीं पाएंगे। पहलगाम का प्रारंभिक बिंदु होने के लिए भी प्रसिद्ध है अमरनाथ यात्रा (यात्रा) जिसमें प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।

पहलगाम के पहाड़ी रास्ते अमरनाथ गुफा की ओर जाते हैं जो भगवान शिव का निवास स्थान है और हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है इसके समानांतर लिद्दर नदी चलती है जो बचने के लिए बहुत खूबसूरत है।पहलगाम की यात्रा के लिए मार्च से नवंबर के बीच के महीने सबसे अच्छे हैं क्योंकि घूमने और जगह का पता लगाने के लिए जलवायु बहुत अच्छी है।

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युसमर्ग

युसमर्ग या युशमर्ग भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के बडगाम ज़िले में स्थित एक नगर व पर्वतीय पर्यटक स्थल है। यह अपने बड़े और सुंदर मर्ग (घास का मैदान) के लिए जाना जाता है, जिसमें चीड़ और सनोबर के कई झुरमुट हैं। कुछ लोगों में मान्यता है कि कभी ईसा मसीह यहाँ आकर रहे थे, जिस से इस स्थान का नाम पड़ा है।

ट्यूलिप गार्डन (श्रीनगर)

जम्मू-कश्मीर अपनी प्राकृतिक खूबसूरती की वजह से धरती का स्वर्ग माना जाता है, तभी तो मशहूर सूफी कवि अमीर खुसरो ने भी कश्मीर की खूबसूरती को लेकर कहा था कि ‘धरती पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो यहीं है, यहीं है, यही हैं’…. कश्मीर मुख्य रूप से अपनी खूबसूरत वादियों, घाटियों और प्राकृतिक नजारों के लिए ही मशहूर है लेकिन इन दिनों एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन पर्यटकों को खूब लुभा रहा है। बता दें कि श्रीनगर में ज़बरवान की तलहटी में स्थित एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन है।

सोनमर्ग

सोनमर्ग, जिसका अर्थ है ‘सोने का मैदान’, इसकी पृष्ठभूमि के रूप में, नीले आसमान के सामने बर्फीले पहाड़ हैं। सिंध यहाँ से बहती है और ट्राउट और महासीर से भरपूर है, स्नो ट्राउट को मुख्य नदी में पकड़ा जा सकता है। अप्रैल के अंत में जब सोनमर्ग सड़क परिवहन के लिए खुला होता है, तो आगंतुकों को बर्फ तक पहुंच मिल सकती है जो सफेद कालीन की तरह चारों ओर फैली होती है। निजी वाहनों की अनुमति नहीं है. आगंतुकों को टैक्सी किराये पर लेनी होगी। गर्मियों के महीनों के दौरान थाजीवास ग्लेशियर तक की यात्रा के लिए टट्टुओं को किराए पर लिया जा सकता है, जो एक प्रमुख आकर्षण है।

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गुलमर्ग

गुलमर्ग भारत के जम्मू और कश्मीर (केंद्र शासित प्रदेश) का एक हिल स्‍टेशन है। इसका मूल नाम गौरीमर्ग हुआ करता था, जिसे 16वीं शताब्दी में युसुफ शाह चक ने बदलकर गुलमर्ग कर दिया। इसकी सुंदरता के कारण इसे धरती का स्‍वर्ग भी कहा जाता है। यह देश के प्रमुख पर्यटन स्‍थलों में से एक हैं। फूलों के प्रदेश के नाम से मशहूर यह स्‍थान बारामूला ज़िले में स्थित है। यहाँ के हरे भरे ढलान सैलानियों को अपनी ओर खींचते हैं। समुद्र तल से 2730 मी. की ऊँचाई पर बसे गुलमर्ग में सर्दी के मौसम के दौरान यहाँ बड़ी संख्‍या में पर्यटक आते हैं।

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