एटीएस की रिमांड पर चल रहे 10 संदिग्धों को भेजा जेल
6 संदिग्ध आतंकी पहले ही भेजे जा चुके हैं जेल
भोपाल। देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में नौ मई को गिरफ्तार हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के 10 सदस्यों यासिर खान, सैयद सामी रिजवी, दानिश अली, मोहम्मद आलम, खालिद हुसैन, मोहम्मद हमीद, मोहम्मद अब्बास, अब्दुल रहमान, सलीम और शेख जुनैद का भी पुलिस रिमांड 24 मई को पूरा हो गया। मप्र एटीएस ने सभी दस संदिग्ध आतंकियों को भोपाल जिला अदालत की एनआईए कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को 2 जून तक के लिए जेल भेज दिया गया है। जिन दस संदिग्धों की रिमांड अवधि समाप्त हुई है, उसमें भोपाल निवासी मास्टर माइंड यासिर खान और प्रो. सलीम खान भी शामिल हैं।
पूछताछ में खुलास हुआ है कि स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) और इंडियम मुजाहिदीन से जुड़ा आतंकी साजिद नागौरी के जरिए एचयूटी के संदिग्ध आतंकियों को फंडिंग की जा रही थी। साजिद नागौरी कई मामलों में फरार था और जनवरी 2014 में भोपाल जिला अदालत में आत्म-समर्पण किया था। मामले की अगली पेशी दो जून को होगी।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि एचयूटी के मास्टर माइंड यासिर खान और प्रो. सलीम खान ने साजिद नौगौरी के जरिए ही प्रदेश में सिमी के स्लीपर सेल के लिए काम करने वाले संदिग्धों से संपर्क करते थे।
एचयूटी सिमी के ध्वस्त हुए नेटवर्क का फायदा उठाने के लिए उसके पुराने सदस्यों को अपने गिरोह से जोडऩे में जुटे थे। हालांकि सिमी में शामिल रहे कितने संदिग्ध वर्तमान में एचयूटी से जुड़े हुए हैं, यह खुलासा एटीएस ने नहीं किया है। बताया जाता है कि एटीएस ने कई लोगों को चिह्नत किया है, जिनकी हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार एनआईए की निशानदेही पर मप्र एटीएस ने 9 मई को भोपाल और छिंदवाड़ा में छापा मारा था। भोपाल से दस और छिंदवाड़ा में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई थी। हैदराबाद में छापा मारकर पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। मप्र एटीएस एचयूटी के सभी 16 संदिग्ध आतंकियों से भोपाल में पूछताछ कर रही थी।
19 को सभी को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से 6 को जेल भेज दिया गया था और दस को एटीएस ने 24 मई तक के लिए दोबारा रिमांड पर लिया था।
Suspected HUT terrorists were funded through Sajid Nagauri, a terrorist associated with Indian Mujahideen and SIMI.