मुख्यमंत्री ने सामूहिक आत्महत्या मामले को लेकर बुलाई बैठक
बैठक में साबइर क्राइम से निपटने विशेष रणनीति बनाने के दिए निर्देश
भोपाल। भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के शिव विहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा द्वारा ऑनलाइन लोन एप के चंगुल में फंसकर कर्जदार होने और उनकी प्रताडऩा से तंग आकर सामूहिक आत्महत्या करने के मामले को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री ने शनिवार सुबह अधिकारियों की बैठक ली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साइबर क्राइम से निपटने के लिए बैठक ली। बैठक में पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, एसीएस गृह डॉ. राजेश राजौरा, एडीजी इंटेलीजेंस आदर्श कटियार, भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा और ओएसडी अंशुमान सिंह उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त से भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र में भूपेंद्र विश्वकर्मा, उसकी पत्नी द्वारा दोनों मासूम बच्चों को जहर देने के बाद आत्महत्या करने वाले मामले की पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पूछा कि इस मामले में अब तक पुलिस ने क्या कार्रवाई की है और आगे भी क्या कार्रवाई करने जा रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोन एप सहित इस तरह के हो रहे साइबर क्राइम से निपटने के लिए विशेष रणनीति बनाएं।
जिन मामलों में जरूरी हो, तुरंक केंद्रीय गृह मंत्रालय और अन्य मंत्रालयों से संपर्क करें। बैंक के अलावा अधिकतर लोन एप का आरबीआई से कोई अधिकृत नहीं है, ऐसे में प्रदेश में जागरूकता अभियान चलाया जाए ताकि लोगों को ऑनलाइन लोन एप के चंगुल में फंसने से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि लोगों को जागरूक करें, कि लोन एप के चंगुल में न फंसे। ये लोन एप विदेश से संचालित होते हैं, जिस पर कार्रवाई करने में भी समय लगता है।
ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और सोशल मीडिया पर जागरूगता अभियान चलाया जाए। अपराधियों को पकडऩे के लिए रणनीति बनाए, उन्हें पकडऩे के लिए अभियान चलाएं, जो लोग ऐसे मामलो में धमका रहे हैं, धमका रहे हैं उन्हे पकड़ें।
Run awareness campaign to save people from cyber fraudsters: Chief Minister.