मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आज हो रही ‘श्री रामचंद्र पथ गमन न्यास’ की पहली बैठक
भोपाल। देश में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश सरकार नाम वन गमन पथ का निर्माण कार्य शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है। आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में दोपहर करीब दो बजे से चित्रकूट में ग्रामोदय विश्वविद्यालय परिसर में श्री रामचंद्र पथ गमन न्यास की पहली बैठक होने जा रही है। बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, अपर मुख्य सचिव धर्मस्व विभाग और पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला सहित अन्य विभागों के प्रमुख सचिव, पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक चित्रकूट पहुंच चुके हैं।
राम पथ गमन मार्ग जिन जिलों में बनना है, वहां के कलेक्टर और संबंधित संभागायुक्त वर्चुअली बैठक में शामिल होने जा रहे हैं। भाजपा सरकार राम पथ गमन का कार्य लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले शुरू कराना चाह रही है। ऐसा इसलिए ताकि लोकसभा चुनाव में इस विषय को प्रमुखता से उठाया जाए और भाजपा इसी के साथ अपना एक और चुनावी वादा पूरा भी कर लेगी।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में बैठक चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय परिसर में डेढ़ बजे से होगी। बैठक में एसीएस होम राजेश राजौरा, संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिव शेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव राजस्व विभाग, लोक निमाज़्ण विभाग के प्रमुख सचिव सुखबीर सिंह, नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त भरत यादव, पर्यटन विकास निगम के एमडी इलैया राजा टी, मध्य प्रदेश पंचायत विभाग के संचालक, सतना के कमिश्नर और कलेक्टर बैठक में मौजूद रहेंगे। इसके अलावा चार संभाग और 7 जिलों के कलेक्टर वीसी के माध्यम से जुड़ेंगे।
गौरतलब है कि न्यास का काम केंद्र सरकार की तरफ से प्रदेश में चिह्नित श्री रामवन गमन पथ के पांच संभागों के आठ जिलों के 23 स्थलों का विकास करना है। उनके जोडऩे वाले रास्ते को सुगम और सुविधाजनक बनाना। वहां पर पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए यात्री सुविधाओं का विकास करना और उनका संचालन करना।
मुख्यमंत्री के सामने दिखाया जाएगा डीपीआर का प्रजेंटेशन
बैठक में कामदगिरि परिक्रमा पथ, मंदाकिनी नदी के घाटों के विकास कार्यों और अन्य कार्यों से संबंधित डीपीआर का प्रजेंटेशन संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली न्यास की पहली बैठक में दिखाया जाएगा। डीपीआर प्रजेंटेंशन, गुरुकुल प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना के प्रस्ताव का भी प्रस्तुतिकरण होगा। बैठक में कामदगिरी परिक्रमा पथ, बृहस्पति कुंड, पवित्र मंदाकिनी नदी के घाटों का विकास कार्य शामिल हैं। बैठक में कामों को लेकर सुझाव और आगामी योजना पर मंथन और राम वन गमन पथ का रोडमैप तैयार होगा।
प्रदेश में नाम वन गमन पथ में यह स्थान शामिल
प्रदेश में राम वन गमन पथ चित्रकूट से अमरकंटक तक 370 किलोमीटर है। यहां भगवान राम वनवास के दौरान 11 साल 11 महीने और 11 दिन का समय गुजारा। सतना, पन्ना, कटनी, जबलपुर, नर्मदापुरम, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर जिले के स्थलों से भगवान राम वनवास के समय गुजरे थे, उन्हीं स्थानों को राम वन गमन पथ में शािमल किया गया है। इसमें चित्रकूट में स्फटिक शिला, गुप्त गोदावरी, अत्रि आश्रम, शरभंग आश्रम, अश्वमुनि आश्रम, सुतीक्ष्ण आश्रम, सिद्धा पहाड़, सीता रसोई, रामसेल, राम जानकी मंदिर, बृहस्पति कुंड, अग्निजिह्ना आश्रम, अगस्त्य आश्रम, शिव मंदिर, रामघाट, श्रीराम मंदिर, दशरथ घाट, सीता मढ़ी शामिल है।