गुरुवार को मानहानि मामले में 2 साल की सजा के बाद अब शुक्रवार को राहुल गांधी की संसद से सदस्यता भी छिन गई। जिसके बाद से पूरा विपक्ष दिलमिलाया हुआ है। इसी मामले में काग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 4 ट्वीट किए औऱ प्रधानमंत्री मोदी औऱ भाजपा को जमकर घेरा। वहीं राहुल गांधी की पहली प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि मैं भारत की आवाज़ के लिए लड़ रहा हूं. मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।
कोर्ट ने जमानत दे दी और उनकी सजा या बोले तो इनकी गिरफ्तारी के लिए 30 दिनों की मोहलत दी है। इसी बीच लोकसभा सचिवालय की ओर से अधिसूचना जारी की गई है जिसमें कहा गया है कि उनकी अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा। इस फैसले पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि कानूनी और राजनीतिक लड़ाई जारी रहेगी, साथ ही पार्टी ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
गुरुवार को राहुल ने किया था ये ट्वीट
वहीं सूरत कोर्ट के गुरुवार के फैसले पर राहुल गांधी ने ट्वीट किया था। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बयान को कोट करते हुए ट्वीट किया, ”मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है, सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।”
बीजेपी क्या बोली?
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस के आरोपों के बीच कहा कि राहुल गांधी की अयोग्यता कानून के अनुसार हुई है, जो कहता है कि सजा सुनाए जाने के समय से सदस्यता रद्द हो जाती है। क्या कांग्रेस राहुल की सदस्यता को लेकर गंभीर थी? कार्रवाई के कुछ घंटों के भीतर उसने पवन खेड़ा के मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाया, लेकिन राहुल के मामले में ऐसा नहीं किया।