- लाखा बंजारा की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए 75 अमृत सरोवरों का निर्माण होगा।
- प्रधानमंत्री ने दूसरी बार सागर में लाखा बंजारा को याद किया।
सागर। देश के कई स्थानों पर बड़े- बड़े तालाबों को खोदने वाले लाखा बंजारे को प्रधानमंत्री ने शनिवार को दूसरी बार याद किया। दरअसल पीएम मोदी आज संत रविदास की जयंती पर सागर में पधारे थे। जहाँ उन्होंने जनसभा को सम्बोधित करते हुए लाखा बंजारे को याद किया। उन्होंने लाखा बंजारा का जिक्र करते हुए कहा सागर ऐसा जिला है, जिसके नाम में तो सागर है ही इसकी पहचान 400 एकड़ की लाखा बंजारा झील से भी होती है। इस धरती से लाखा बंजारा जैसे वीर का नाम जुड़ा है। लाखा बंजारा ने इतने वर्ष पहले पानी की अहमियत को समझा था, लेकिन जिन लोगों ने दशक तक प्रदेश में सरकार चलाई उन्होंने गरीबों को पीने का पानी पहुंचाने की जरूरत भी नहीं समझा।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हम लाखा बंजारा की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर हर जिले में 75 अमृत सरोवर भी बनाए जा रहे हैं। ये सरोवर आजादी की भावना का प्रतीक ओर समाजिक समरसता का केंद्र बनेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान के नाथद्वारा ने भी प्रधानमंत्री ने लाखा बंजारे को याद किया था।
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