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- प्रधानमंत्री ने सीकर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया है।
- प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र पर ही किसानों को बीज भी मिलेगा और खाद भी।
- खेती से जुड़े औजारों और दूसरी मशीनें भी इस केंद्र पर मिला करेंगी।
जयपुर । राजस्थान दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने सीकर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र पर ही किसानों को बीज भी मिलेगा और खाद भी। इसके अलावा खेती से जुड़े औजारों और दूसरी मशीनें भी इस केंद्र पर मिला करेंगी। ये सेंटर खेती से जुड़ी हर आधुनिक जानकारी किसीनों को देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार देश के किसान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। किसान का सामर्थ्य, किसान का परिश्रम, मिट्टी से भी सोना निकाल देता है। इसलिए सरकार देश के किसान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
11 करोड़ किसानों के खातों में ट्रान्सफर की सम्मान निधि
प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त किसानों के खाते में स्थानांतरित करते हुए कहा कि हमारी सरकार कैसे अपने किसान भाइयों के पैसे बचा रही है इसका एक उदाहरण यूरिया की कीमतें भी हैं। हमारी सरकार ने कोरोना और रूस-यूक्रेन युद्ध का असर किसानों पर नहीं पड़ने दिया। आज देश में यूरिया की जो बोरी 266 में देते हैं वही बोरी पाकिस्तान में करीब 800 में मिलता है, बंग्लादेश में 720 और चीन में 2100 की मिलती है। अमेरिका में यूरिया की यही बोरी 3,000 से ज्यादा की मिल रही है। किसानों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि शेखावटी को किसानों और जवानों की भूमि कहा जाता है। पानी की कमी के बावजूद यहां का किसान भरपुर मात्रा में अन्न की पैदावार कर रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हिंदूस्तान में पहली ऐसी सरकार आई है जोे किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है।
सरकार किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है
हमारी सरकार देश के किसान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। किसान का सामर्थ्य, किसान का परिश्रम, मिट्टी से भी सोना निकाल देता है। इसलिए सरकार देश के किसान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। पीएम ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र पर ही किसानों को बीज भी मिलेगा और खाद भी। इसके अलावा खेती से जुड़े औजारों और दूसरी मशीनें भी इस केंद्र पर मिला करेंगी। ये सेंटर खेती से जुड़ी हर आधुनिक जानकारी किसानों को देंगे।