हावड़ा । पश्चिम बंगाल के हावड़ा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोग अटकलें लगा रहे हैं कि 2 मई को हार के बाद तृणमूल कांग्रेस बिखर जाएगी। उन्होंने कहा कि 10 साल तक ‘दीदी’ ने यहां जिस तरह विश्वासघात किया, उसका जवाब इस बार उन्हें बराबर बंगाल की जनता दे रही है। दीदी की तोलाबाज़, सिंडिकेट, अन्याय, अत्याचारी और हत्याचारी सरकार से हर कोई परेशान है।
पीएम मोदी ने कहा, “दीदी को बंगाल के भाई-बहन नहीं दिखाई देते, उन्हें तो बस ‘भोट’ दिखाई देता है। वो आप पर पैसा लेकर रैली में आने का इल्जाम लगाती हैं। वो आप पर पैसा लेकर ‘भोट’ देने का इल्जाम लगाती हैं। दीदी में इतना अहंकार हो गया है कि वे बंगाल के ‘भोटर’ भाई-बहनों को अपनी जागीर समझने लगी हैं। हार की हताशा में दीदी आजकल मुझ पर गालियों की बौछार कर रही हैं। बंगाल के लोग दीदी का ये आचरण देखकर बहुत दुखी हैं। देश-दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है कि बंगाल की ये कौन-सी छवि दीदी प्रस्तुत कर रही हैं। आजकल दीदी को मेरे उच्चारण पर भी बहुत ऐतराज हो रहा है। “
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल और नंदीग्राम ही नहीं बल्कि दीदी से तो अब नंदी भी अपनी नाराजगी खुलकर जताने लगे हैं। स्थिति ये आ गई है कि दीदी के दल को आज पोलिंग बूथ पर पोलिंग एजेंट नहीं मिल रहे हैं। कुछ दिन पहले तक दीदी चुनाव आयोग पर, केंद्रीय वाहिनी पर पोलिंग एजेंट्स को रोकने का आरोप लगा रही थीं, अब वो खुलेआम मान रही हैं कि उनके पोलिंग एजेंट्स ही बगावत करने लगे हैं। दीदी ने गलत आरोप लगाया कि आप लोग पैसे लेकर आएं हैं। दीदी को इसकी वोट से सजा दीजिए। आप लोगों पर दीदी ने पैसे लेकर वोट देने का आरोप लगाया और आप लोगों का अपमान किया।
पीएम मोदी ने कहा, “मैं सभी सीएम और एमपी को उनके जन्मदिन के मौके पर मैं उसकी मातृभाषा में चिट्ठी लिखकर भेजता हूं। मैंने दीदी को बंगाली में चिट्ठी लिखकर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी…उन्होंने मुझे गुजराती में जवाब दिया…मुझे अच्छा लगा। मुझे पता है, मेरे बांग्ला उच्चारण में भी बहुत सारे दोष होते हैं। बावजूद इसके मैं बांग्ला शब्द, बांग्ला वाक्य बोलता हूं क्योंकि मैं बांग्ला का बहुत सम्मान करता हूं। दीदी को प्रोत्साहित करना चाहिए, लेकिन वो मेरे इस प्रयास पर भी भड़की हुई हैं।”