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- कोविड के दौरान भारत में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य और अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए अद्भुत काम ने उनके कौशल और समर्पण को दिखाया।
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी20 श्रम और रोजगार मंत्रियों की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि यह बैठक ऐसे देश में हो रही है, जिसके पास प्रौद्योगिकी-आधारित परिवर्तन के दौरान भी बड़ी संख्या में प्रौद्योगिकी नौकरियां निकालने का अनुभव है। पीएम मोदी ने कहा, “चौथी औद्योगिक क्रांति के इस युग में, प्रौद्योगिकी रोजगार का मुख्य चालक बन गई है और आगे भी बनी रहेगी। यह सौभाग्य की बात है कि यह बैठक ऐसे देश में हो रही है, जिसके पास पिछले ऐसे प्रौद्योगिकी-आधारित परिवर्तन के दौरान बड़ी संख्या में प्रौद्योगिकी नौकरियां पैदा करने का अनुभव है।” उन्होंने कहा, “हम सभी को अपने कार्यबल को उन्नत प्रौद्योगिकियों और प्रक्रियाओं के उपयोग में कुशल बनाने की आवश्यकता है। स्किलिंग, रीस्किलिंग और अपस्किलिंग भविष्य के कार्यबल के लिए मंत्र हैं। भारत में हमारा ‘स्किल इंडिया मिशन’ इसी वास्तविकता से जुड़ने का एक अभियान है।”
भारत के पास कौशल कार्यबल के सबसे बड़े प्रदाता बनने की क्षमता
कोविड काल में फ्रंटलाइन कर्मचारियों के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “कोविड के दौरान भारत में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य और अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए अद्भुत काम ने उनके कौशल और समर्पण को दिखाया। यह हमारी सेवा और जुनून की संस्कृति को भी दर्शाता है। दरअसल, भारत में दुनिया में कौशल कार्यबल के सबसे बड़े प्रदाताओं में से एक बनने की क्षमता है।”
युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने की अपार संभावनाएं
स्किल इंडिया मिशन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “लचीली कार्य व्यवस्था प्रदान करता है और आय स्रोतों की भी पूर्ति करता है। इसमें विशेषकर युवाओं के लिए लाभकारी रोजगार पैदा करने की अपार संभावनाएं हैं। यह महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक परिवर्तनकारी उपकरण भी हो सकता है। इसकी क्षमता का एहसास करने के लिए, हमें नए जमाने के श्रमिकों के लिए नए जमाने की नीतियां और हस्तक्षेप डिजाइन करने की जरूरत है।” “इन कर्मचारियों और श्रमिकों के संबंध में आंकड़े, सूचना और डेटा साझा करना शुरुआत करने का एक शानदार तरीका हो सकता है। यह दुनिया भर के देशों को बेहतर कौशल, कार्यबल योजना और लाभकारी रोजगार के लिए साक्ष्य आधारित नीतियां बनाने के लिए सशक्त बनाएगा।”
कौशल के विकास करने में जी20 निभाए मुख्य भूमिका
पीएम मोदी ने कहा, “अब सही अर्थों में कौशल के विकास और साझाकरण को वैश्वीकृत करने का समय आ गया है। जी20 को इसमें अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। मैं कौशल और योग्यता आवश्यकताओं के आधार पर व्यवसायों का अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ शुरू करने के आपके प्रयासों की सराहना करता हूं। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समन्वय तथा प्रवासन और गतिशीलता भागीदारी के नए मॉडल की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा, “अब सही अर्थों में कौशल के विकास और साझेदारी को वैश्वीकृत करने का समय आ गया है। जी20 को इसमें मुख्य भूमिका निभानी चाहिए। मैं कौशल और योग्यता के आधार पर पासपोर्ट का अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ शुरू करना चाहता हूं। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग तथा पर्यटन और विशेषाधिकारी भागीदारी के नए मॉडल की आवश्यकता है।”