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- अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उनका लक्ष्य लापता व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों को जल्द से जल्द ढूंढ़ना है।
- अश्विनी वैष्णव ने एक मालगाड़ी के चालक दल से हाथ हिलाया और सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना की।
भुवनेश्वर । ओडिशा के बालासोर में दुर्घटनास्थल ट्रैक पर मालगाड़ी और पैसेंजर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उनका लक्ष्य लापता व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों को जल्द से जल्द ढूंढ़ना है। हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है। इतना कहते-कहते रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रो पड़े। हादसे में 275 लोगों की जान गई है। यह आजादी के बाद तीसरा सबसे बड़ा हादसा था।
51 घंटे बाद ट्रैक से गुजरी मालगाड़ी
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक मालगाड़ी के चालक दल से हाथ हिलाया और सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना की। बालासोर में भयानक ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना के 51 घंटे बाद अप और डाउन दोनों लाइनों पर क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत के बाद सेवाएं फिर से शुरू हुईं। रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद क्षतिग्रस्त पटरियों को जल्द सुधारने का निर्देश दिया था। पूरी टीम ने लगन के साथ काम किया। रेल मंत्री ने कहा कि ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना के 51 घंटे बाद सेवा शुरू करने से पहले दोनों लाइनों का पुनर्निर्माण और परीक्षण किया गया था। क्षतिग्रस्त पटरियों की बहाली के लिए 1000 से अधिक श्रमिकों को लगाया गया था। साथ ही 7 से अधिक पोकलेन मशीनें, दो दुर्घटना राहत ट्रेनें और 3-4 रेलवे और सड़क क्रेन भी इस राहत काम में जुटे थे।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव हादसे की वजह
रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे की वजह इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव को बताया था। साथ ही उन्होंने सीबीआई जांच की भी मांग की है। वहीं, रेलवे बोर्ड का कहना है कि जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है।
275 लोगों की मौत
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है। 11 सौ से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें से 800 लोगों को अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। दरअसल, करीब 1500 यात्रियों को लेकर चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस शुक्रवार रात ओडिशा में बालासोर जिले के बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। इसके बाद डिरेल हो गई। कोरोमंडल के डिब्बे साइड के ट्रैक पर जा गिरे। तभी यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस आ गई और भीषण टक्कर हो गई। सबसे अधिक नुकसान कोरोमंडल ट्रेन को हुआ है।