नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय की तरफ से हाल ही में एक आंकड़ा साझा किया गया है। इन आंकड़ों के अनुसार, 9 अगस्त 2023 तक जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ को पार कर गई है। जिसमें 56 फीसदी माहिलाओं तथा 67 फीसदी ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों क्षेत्रों में खोले गए। इन खातों में कुल जमा राशि 2.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे मील का पत्थर बताया है। उन्होंने कहा यह देखकर खुशी हो रही है कि इनमें से आधे अकाउंट नारी शक्ति के तथा 67 फीसदी अकाउंट ग्रामीण इलाकों में खोले गए हैं। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि वित्तीय समावेशन का लाभ हमारे देश के हर कोने तक पहुंचे।’ पीएम ने आगे कहा कि विनिमय लक्ष्य पूरा होने की सम्भावना काफी कम है तथा आरबीआई ने मई में 2022-23 के लिए केंद्र सरकार को 87,416 करोड़ रुपये के लाभांश भुगतान को मंजूरी दी है।
गौरतलब है, प्रधानमंत्री जनधन योजना खातों में औसत शेष राशि 4,076 रुपये है और इनमें से 5.5 करोड़ से अधिक को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्राप्त हो रहा है। वहीँ इन जनधन खातों की शुरुआत 28 अगस्त 2014 में की गयी थी। ख़ास बात है कि इन खातों में न्यूनतम राशि रखने की आवश्यकता नहीं होती है।