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- विहिप ने कहा था कि उन्हें धार्मिक यात्रा के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है।
- विहिप के अडिग रुख को देखते हुए नूंह में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ धारा 144 को लागू कर दिया गया था।
नूंह । नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद हालात पूरी तरह से सामान्य होने लगे हैं। हिंदू संगठनों के सोमवार यानी 28 अगस्त को दोबारा शोभा यात्रा निकालने के एलान के बाद शनिवार को इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। इसके अलावा सोमवार को जिला प्रशानन ने नूंह में धारा 144 लगाने के साथ स्कूल-कॉलेज और बैंक बंद रखने का आदेश दिया था। एक दिन के बंद रहने के बाद मंगलवार को सुबह नूंह के बाजार खुल गए । इसके साथ ही आधी रात से इंटरनेट सेवा भी शुरू हो गई है, लेकिन स्पीड कम है इस वजह से वीडियो अपलोड नहीं हो रहे हैं। वहीं, लोगों को सुरक्षा का एहसास कराने के लिए नूंह में पुलिस की ओर से सुबह नौ बजे एक फ्लैग मार्च निकाला गया।
संतों सहित 51 लोगों ने नूंह में किया जलाभिषेक
गौरतलब है कि सोमवार यानी 28 अगस्त को विहिप और अन्य हिंदू संगठनों को प्रशासन ने हरियाणा के नूंह में यात्रा तो नहीं निकालने दी। लेकिन पुलिस सुरक्षा में संतों सहित हिंदू संगठनों के 51 लोगों ने नल्हड़ के शिव मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके बाद फिरोजपुर झिरका स्थित पांडवकालीन शिव मंदिर तथा सिंगार गांव स्थित महादेव मंदिर भी पहुंचकर इन लोगों ने जलाभिषेक किया। गत 31 जुलाई को नूंह में जलाभिषेक यात्रा पर हमला किया गया था। इसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। यात्रा अधूरी रह गई थी।
अलर्ट पर थी पुलिस
विहिप ने घोषणा की थी कि सावन के अंतिम सोमवार को यात्रा को पूरा किया जाएगा। लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी। विहिप ने कहा था कि उन्हें धार्मिक यात्रा के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है। विहिप के अडिग रुख को देखते हुए नूंह में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ धारा 144 को लागू कर दिया गया था। इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। आसपास के जिलों पलवल, फरीदाबाद, रेवाड़ी और गुरुग्राम आदि को भी अलर्ट पर रखा गया था। नूंह की सभी सीमाओं को तड़के चार बजे से ही सील कर दिया गया था।