- विरोध प्रदर्शन करते हुए एनडीए नेताओं ने तख्तियां दिखाईं और नारे लगाए।
नई दिल्ली। आपातकाल की 50वीं बरसी पर संसद के मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन करते हुए एनडीए नेताओं ने तख्तियां दिखाईं और नारे लगाए। बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा कि संविधान के लिए सबसे ज्यादा बोलने वालों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। राहुल गांधी का बिना नाम लिए तंज करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपने पिता और दादी के नाम पर वोट बटोर रहे हैं, तो क्या वे अपने कर्मों की जिम्मेदारी लेंगे?…उन्हें अपना ट्रैक रिकॉर्ड देखना चाहिए कि कैसे लोकतंत्र का गला घोंटा गया।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि आपातकाल भारत के इतिहास में एक काला धब्बा है। पूरे देश को जेलखाने में बदल दिया गया और तानाशाही लागू कर दी गई… वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को इसके बारे में जानना चाहिए। बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा कि पूरा देश आज विरोध प्रदर्शन कर रहा है. यह दिन भारत के लोगों के मन में एक महत्वपूर्ण दिन है। आज से 49 साल पहले इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था। करीब डेढ़ लाख लोगों को जेल में डाल दिया गया। भारत के संविधान में 42वां संशोधन लाया गया…संविधान बचाने की बात करने वाले राहुल गांधी को आईना दिखाना जरूरी है।