राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन के चलते हालात लगातार बेकाबू होते चले जा रहे है। केंद्र सरकार के साथ चौथे दौर की बातचीत बेनतीजा रहने के बाद किसान ने आज फिर से दिल्ली मार्च शुरू किया। करीब 14,000 किसान सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ शंभू सीमा पर डटे हुए हैं। किसानों के द्वारा दिल्ली कूंच को रोकने के लिए पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले दागे गए।
जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने खनौरी बॉर्डर से करीब 150 मीटर दूर मौजूद पराली गांठें अपने सिर पर उठाकर खेतों के रास्ते बॉर्डर के पास इकठ्ठा किया गया। इन पराली की गांठो में लाल मिर्च डालकर आग लगा दी, जिससे बॉर्डर पर विजिबिलिटी शून्य हो गई। वही दूसरी तरफ शंभू सीमा पर सुरक्षा बलों ने कम से कम 2 बार ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे हैं। खन्नौरी सीमा पर गोली लगने से एक किसान की मौत की खबर सामने आ रही है।
किसान नेताओं का कहना है कि वे दिल्ली जाकर ही दम लेंगे। शंभू बॉर्डर पर मंच से किसान नेताओं ने JCB और बड़े ट्रैक्टर आगे लेकर जाने की अपील की है। किसान आंसू गैस से निपटने के लिए एक-दूसरे को मास्क भी बांट रहे हैं।
किसानों से कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने की अपील
किसानों के द्वारा लगातार किये जा रहे प्रदर्शन के बीच सरकार ने किसानों को एक बार फिर बातचीत का न्योता दिया है। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, ‘सरकार चौथे दौर के बाद पांचवें दौर में सभी मुद्दे जैसे की न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग, पराली का विषय, FIR पर बातचीत के लिए तैयार है। मैं दोबारा किसान नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं। शांति बनाए रखना जरूरी है। हम जब बातचीत करेंगे तो आपसी सौहार्द के वातावरण में समाधान के रास्ते निकलते हैं।’
हम शांतिपूर्ण दिल्ली जाना चाहते: किसान नेता
इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ‘सरकार को किसानों के हक में फैसला करना चाहिए। हम गुजारिश कर रहे हैं कि हम लोग शांतिपूर्ण ढंग से दिल्ली जाना चाहते हैं, इसलिए सरकार को बैरिकेड्स हटाने चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करना चाहती है तो वह फिर हमारी मांगों को माने।’ किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “हम शांतिपूर्ण दिल्ली जाना चाहते हैं। अब गेंद सरकार के पाले में है।