भोपाल । मध्य प्रदेश के दमोह जिले के गंगा जमुना स्कूल में हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनाने का मामला खुलने से धर्मांतरण कराने, गैर मुसलिम बच्चों को नमाज,कलमा पढ़ाने, उर्दू सिखाने जैसी तमाम सच्चाई के सामने आने के बाद अब स्कूल प्रबंधन पर एक के बाद एक शासकीय विभागों के छापे पड़ना जारी हैं, जिसमें कि मंगलवार को नगर पालिका की टीम विद्यालय के अवैध निर्माण पर हथोड़ा चलाने पहुंची और उसने जमकर हथौड़े चलाए।
दिए गए नोटिस का ननि को नहीं दिया था स्कूल प्रबंधन ने कोई जवाब
उल्लेखनीय है कि इस संबंध में नगर पालिका दो दिन पूर्व ही नोटिस दे चुका था, जिसमें साफ लिखा था कि तीन दिन के अंदर इस नोटिस का जवाब दिया जाए, अन्यथा नगर पालिका इस निर्माण कार्य को धराशाई कर देगी। यह नोटिस रशके जहां पति राशिद खान के नाम पर भेजा गया था। राशिद स्कूल के बोर्ड मेम्बर में से एक हैं, जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है और वो फरार चल रहा है, जबकि स्कूल की जमीन पर मालिकाना हक उनकी पत्नी रशके जहां का है, लिहाजा उनके नाम नोटिस जारी हुआ है।
स्कूल के अतिक्रमण को तोड़ने के लिए नगरपालिका के लगभग 100 कर्मचारी रात तक जुटे रहे। वहीं प्रशासन के अधिकारियों के साथ पुलिस बल भी तैनात रहा। इस बीच अचानक से घरों से निकलकर मुस्लिम महिलाएं और छोटी-छोटी बच्चियां नगरनिगम के इस कार्य का विरोध करने सड़कों पर उतर आईं। इन महिलाओं से जब बात की गई तो इनका कहना था कि मुसलमानों के इस स्कूल को कोई नहीं तोड़ सकता है, यह अल्पसंख्यक संस्थान का स्कूल है।
विरोध प्रदर्शन में किया गया नाबालिग बच्चियों का उपयोग
एक ने कहा, हिन्दू लड़कियों को नहीं पढ़ना है तो ना पढ़ें, हमें यहां पढ़ना है, इसलिए इस स्कूल को तोड़ने की कार्रवाई तुरंत रोकी जाए। अतिक्रमण तोड़ने के विरोध में विशेष समुदाय की सामने आईं महिलाएं प्रशासन का विरोध कर नारेबाजी कर रहीं थीं । जिसमें कि सबसे ज्यादा संबंधितों (जिनके हित प्रभावित हो रहे हैं उनके द्वारा) नाबालिग बच्चियों का इस विरोध प्रदर्शन में उपयोग करते हुए देखा गया।
मौके पर पर भारी संख्या मे पुलिस बल तैनात किया गया था, जिसके समझाने के बाद भी जब महिलाएं और बच्चियां कोई बात समझने को तैयार नहीं हुईं तब आखिरकार एक्शन लेते हुए विरोध कर रही इन महिलाओं को फूटेरा वार्ड स्थित गौरी शंकर टिगड्डा से पुलिस द्वारा खदेड़ा गया ।
किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 83 का किया गया उल्लंघन
इस प्रकरण में सड़कों पर उतरी महिलाओं के साथ बच्चियों के प्रदर्शन में शामिल होने पर जब राष्ट्रीय बाल संरक्षण अयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो से जानना चाहा कि क्या इस तरह के विरोध प्रदर्शन में बच्चों का उपयोग किया जा सकता है ? तब उनका कहना था कि नहीं। बच्चों का उपयोग कोई संस्था या संगठन विरोध प्रदर्शन एवं आन्दोलन में नहीं कर सकता है। ऐसा किया जाना किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 83 एवं आईपीसी की अन्य धाराओं का उल्लंघन है।
पहले चरण में लाखों की चोरी आई सामने
बता दें, दमोह के गंगा जमुना स्कूल में शासन के निर्देश पर स्कूल संचालकों की संपत्ति की जांच भी इस वक्त साथ-साथ चल रही है, जिसमें कि मंगलवार को जीएसटी चोरी किए जाने की बात सामने आ चुकी है। स्टेट जीएसटी की कार्यवाही में 78 लाख रुपए से ज्यादा की टैक्स चोरी अब तक पकड़ी जा चुकी है। जबलपुर और सागर की टीम ने एक साथ स्कूल मालिक के आठ ठिकानों पर छापा मारा था।
जीएसटी अधिकारी राघवेंद्र सिंह का इस संबंध में कहना है कि उनके द्वारा चार दिनों से लगातार दस्तावेजों की जांच की जा रही है। अभी तक की गई आठ फर्मों की जांच में सात एक्टिव पाई गईं। सबसे अधिक टैक्स चोरी (तेंदुपत्ता) बीड़ी उद्योग में की गई है। उन्होंने कहा, जांच का यह पहला दौर है, आगे पड़ताल जारी है। अभी स्कूल संचालक की दाल मिल, पेट्रोल पंप पर स्टेट जीएसटी सेल टेक्स डिपार्टमेंट के समेत श्रम विभाग, कृषि विभाग, खाद्य विभाग, जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने जांच की है ।
NAPA’s hammer on Ganga Jamuna School became a place of conversion, Muslim women came forward to protest.