स्वदेश संवाददाता, भोपाल। राजधानी में इस बार का विधानसभा चुनाव बहुत ही रोचक रहेगा। एक तरफ, जहां युवा वोटरों की संख्या काफी होने के कारण इनके वोट उम्मीदवारों की जीत हार तय करेगा। इसी तरह, जिले की सातों विधानसभाओं में महिलाओं का दबदबा अधिक रहेगा। दरअसल इस बार वोटिंग लिस्ट में 21 साल से 59 साल तक की महिलाओं का आंकड़ा बढ़ा है। जिले की सातों विधानसभाओं में इस आयु वर्ग की 8 लाख 6 2 हजार 327 महिलाएं हैं, जो अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी। जबकि, 21 से 59 उम्र की लाड़ली बहनों की संख्या 3 लाख 17 हजार 997 हैं। कुल मिलाकर 20 लाख 8 6 हजार 231 कुल मतदाताओं में 10 लाख 11 हजार 681 महिला मतदाता है। बताया जा रहा है कि आबादी के हिसाब से उत्तर और मध्य विधानसभा क्षेत्रों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं का प्रतिशत ज्यादा है। ऐसे में प्रत्याशियों की हार-जीत में महिलाओं की वोटिंग का असर ज्यादा रहेगा।
बीते दिनों विशेष अभियान के तहत मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के दौरान महिलाओं का रेशो बढ़ा है। सबसे ज्यादा बैरसिया विस क्षेत्र में महिलाओं ने वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाए हैं, जिससे यहां का जेंडर रेशो 1000 पुरुष पर 907 था, जो बढ़कर 933 हो गया है। जबकि उत्तर विस में पहले से ही महिलाओं का जेंडर रेशो 984 है। यहां 1000 पुरुषों के मुकाबले 984 महिलाएं वोटर लिस्ट में दर्ज हैं। दो अगस्त को हुए वोटर लिस्ट के प्रारंभिक प्रकाशन में 31 हजार 749 युवा मतदाताओं ने पहले ही नाम जुड़वा लिए थे। चालीस दिन चले अभियान के दौरान 25 हजार 140 नए मतदाताओं ने नाम जुड़वाए हैं, जिससे पहली बार वोट डालने वालों की तादाद बढ़कर 56 हजार 889 हो गई है। युवा मतदाताओं में लड़कों की संख्या 31 हजार 472 और 25 हजार 414 लड़कियां शामिल हैं। इन वोटर्स में पहली बार वोटिंग करने को लेकर उत्साह बना हुआ है। 2034 मतदान केंद्रों में महिलाओं के लिए रहेगी खास व्यवस्था जिले में अब 20 लाख 8 6 हजार 231 वोटर्स मतदान करेंगे। इसमें 10 लाख 74 हजार 376 पुरुष और 10 लाख 11 हजार 681 महिला मतदाता शामिल हैं। यह मतदाता जिले के 2034 मतदान केंद्रों पर मतदान कर सकेंगे। इस बार मतदान केंद्रों में महिला मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि वे अधिक से अधिक मतदान कर सकें। पहली बार अस्सी से अधिक उम्र वाले 27 हजार 89 बुजुर्ग मतदाता घर से मतदान कर सकेंगे। जिसके लिए उन्हें विस के एआरओ को सूचना देना पड़ेगी। जिसके तहत मतदान दल का गठन कर बुजुर्ग के घर भेजा जाएगा। इसके साथ जिले के 8 हजार 47 दिव्यांग भी घर से मतदान कर सकेंगे।
इनका कहना है शहर में 15 नए सहायक पोलिंग बूथ बनाए जा रहे हैं। इनको बनाने के पीछे वजह ये है कि एक बूथ पर 1500 से ज्यादा मतदाता हो गए है। इस स्थिति में मतदान के दिन वोट करने में मतदाता को समय ज्यादा लगता था। देर शाम तक मतदान का सिलसिला चलता रहता। अब नए मतदान केन्द्र बनने से ये दिक्कत दूर हो जाएगी।
-रवि शंकर राय, उप जिला निर्वांचन अधिकारी भोपाल