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- भोपाल मेट्रो की पहली ट्रेन के कोच सोमवार सुबह पहुंचेंगे।
- अक्टूबर के पहले सप्ताह में ट्रायल रन शुरू होने की उम्मीद है।
भोपाल । गुजरात के बड़ोदरा से 600 किमी का सफर पूरा कर मेट्रो के कोच रविवार देररात भोपाल पहुंच जाएंगे। जिनको सोमवार सुबह 10 बजे तीन डिब्बो को सुभाष नगर डिपो में अनलोड किया जाएगा। इसके बाद इन तीनों डिब्बो को असेम्बल किया जाएगा। इसमें करीब 10 से 12 दिन का समय लगेगा। इसके बाद डिपो में ही मेट्रो का मूवमेंट कराया जाएगा। इस दौरान मेट्रो को सेफ्टी रन के लिए एक से दो किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा। सबकुछ ठीक रहने पर तीन कोच के रैक को सुभाष नगर से एम्स तक 6.22 किमी ऑरेंज लाइन पर चढ़ाया जाएगा। हालांकि मेट्रो का ट्रायल रन सुभाष नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बीच में ही होगा। जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हरी झंडी दिखाकर करेंगे।
5 से 6 माह तक ट्रायल
सुभाष नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बीच में पांच से छह महीने तक ट्रायल रन चलेगा। भोपाल में सुभाष नगर और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन करीब करीब तैयार हो गए है। इन दोनों स्टेशनों के बीच मेट्रो को सिंगल के साथ ही पूरे सिस्टम के साथ मेट्रो को शुरुआत में 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा। इसकी रफ्तार को धीरे धीरे बढ़ाकर 30 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक ले जाया जाएगा। बता दें ट्रेक को 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से मेट्रो को दौड़ाने की क्षमता के साथ तैयार किया गया है। भोपाल के लिए तीन कोच वाली 27 मेट्रो आएंगी।
मई/जून होगी शुरुआत
मेट्रो के ट्रायल रन के बाद सबकुछ ठीक रहने पर रेलवे सेफ्टी कमिश्नर को एप्रुवल के लिए आवेदन किया जाएगा। इसके बाद रेलवे सेफ्टी कमिश्नर मेट्रो का निरीक्षण करेंगे। इसमें सबकुछ ठीक रहने पर एप्रुवल जारी किया जाएगा। मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों के अनुसार मई-जून तक भोपाल की जनता को मेट्रो में सफर करने की सौगात मिल सकती है।
यहां बन रहे आठ रेलवे स्टेशन
भोपाल में 30.95 किमी को मेट्रो ट्रेक प्रस्तावित है। इसमें से साढ़े सात किमी का प्रायोरिटी ट्रेक बनाया जा रहा है। इसमें सुभाष नगर से एम्स तक आठ मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसमें से सुभाष नगर, केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस चौराहा, एमपी नगर जोन-2, रानी कमलापति, डीआरएम ऑफिस, अल्कापुरी और एम्स में आठ स्टेशन बनाए जा रहे हैं। रेलवे स्ट्रेशन को 6 डिब्बों के अनुसार तैयार किया जा रहा है। हालांकि शुरुआत में तीन-तीन डिब्बों के साथ ही मेट्रो दौड़ेंगी।