द लैंसेट रीजनल हेल्थ की तरफ से हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आयी है। जिसमें एक बेहद ही हैरान करने वाला खुलासा सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में पिछले 7 साल में पुरुषों में आत्महत्या के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है।
वर्ष 2014 में 42,521 महिलाओं की तुलना में 89,129 पुरुषों ने आत्महत्या की थी, वहीं 2021 में 45,026 महिलाओं के मुकाबले 1,18,979 पुरुषों की मौत आत्महत्या से हुई। इसके अलावा विवाहित पुरुषों में इसका आंकड़ा बेहद ही हैरान करने वाला है। साल 2021 में, विवाहित पुरुषों में आत्महत्या मृत्यु दर प्रति एक लाख लोगों पर मृत्यु – 24.3 की तीन गुना अधिक दर्ज की गई, जबकि महिलाओं की तुलना में यह आंकड़ा 8.4 है।
बता दें, यह आंकड़े राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो से निकाले गए है। अध्यन के अनुसार, पुरुषों में आत्महत्या के प्रति बढ़ती संवेदनशीलता के पीछे पारिवारिक समस्याएं और स्वास्थ्य मुद्दे दो प्रमुख कारण पाए गए है। आत्महत्या की दर 30-44 वर्ष की आयु वर्ग के पुरुषों में सबसे अधिक 27.2 तथा 18-29 साल की उम्र के बीच 2014 में यह आंकड़ा 20 दर्ज किया गया था जो अब 5.6 की बढ़ोतरी के साथ अब 25.6 हो गया है।