Home » जयशंकर का चार दिवसीय वियतनाम दौरा संपन्न, भारत और वियतनाम के बीच रणनीतिक साझेदारी से लेकर प्रगति जैसे मुद्दों पर हुई चर्चा

जयशंकर का चार दिवसीय वियतनाम दौरा संपन्न, भारत और वियतनाम के बीच रणनीतिक साझेदारी से लेकर प्रगति जैसे मुद्दों पर हुई चर्चा

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने वियतनामी समकक्ष बुई थान सोन के निमंत्रण पर 15-18 अक्तूबर 2023 तक वियतनाम की आधिकारिक यात्रा की। इस दौरान उन्होंने ने वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह से भी मुलाकात की और वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी के विदेश संबंध आयोग के प्रमुख ले होई त्रुंग के साथ भी चर्चा की। दोनों मंत्रियों ने आर्थिक, व्यापार, वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग पर 18वीं भारत-वियतनाम संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता की और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग सहित भारत-वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की।


विचारों का आदान-प्रदान किया: विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, दोनों मंत्रियों ने व्यापार, व्यापार आदान-प्रदान, ऊर्जा, वित्तीय, खनिज, सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि, संपर्क, रक्षा और सुरक्षा, उन्नत प्रौद्योगिकियों, शिक्षा एवं प्रशिक्षण, विकास सहयोग, न्याय, पर्यटन, थिंक टैंक, सांस्कृतिक और लोगों के आपसी संबंधों में आर्थिक सहयोग बढ़ाने के तरीकों को रेखांकित करते हुए संयुक्त आयोग की बैठक के कार्यवृत्त पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। संबंधों को आगे बढ़ाने में योगदान: विदेश मंत्री ने साइगॉन बंदरगाह पर भारतीय नौकायन प्रशिक्षण पोत आईएनएस सुदर्शिनी का भी दौरा किया और युवा चालक दल तथा वियतनामी सैन्यकर्मियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। विदेश मंत्री ने हो ची मिन्ह शहर में भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत की और भारत-वियतनाम संबंधों को आगे बढ़ाने में उनके योगदान की सराहना की।

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टैगोर की प्रतिमा का किया उद्घाटन


बयान में कहा गया, यात्रा के दौरान दोनों मंत्रियों ने हनोई में ऐतिहासिक ट्रानक्वोक पगोडा का दौरा किया, जहां 64 साल पहले भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति द्वारा वियतनामी राष्ट्रपति को भेंट किया गया एक बोधि वृक्ष लगाया गया था, जो दोनों देशों के बीच बौद्ध धर्म की साझा विरासत का प्रतीक है। विदेश मंत्री ने एक हजार साल पुराने फाट टिच पगोडा का भी दौरा किया जो भारत और अन्य देशों के साथ बौद्ध आदान-प्रदान के केंद्रों में से एक था। विदेश मंत्री ने बैक निन्ह शहर में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की एक प्रतिमा का उद्घाटन किया। मंत्रालय ने कहा, हो ची मिन्ह शहर में विदेश मंत्री ने पोलित ब्यूरो के सदस्य और हो ची मिन्ह शहर की पार्टी समिति के सचिव गुयेन वान नेन से मुलाकात की। उन्होंने शहर के साथ व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों की गतिशीलता के साथ-साथ भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के अवसरों की सराहना की। विदेश मंत्री ने ताओ दान पार्क में हो ची मिन्ह शहर में महात्मा गांधी की प्रतिमा का भी उद्घाटन किया।

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