इजराइल और हमास में हो रहे घमासान युद्ध के बीच इजराइल ने अपनी सेना को पूरी गाजा पट्टी पर कब्जे के आदेश दिए हैं। इजराइल ने 1 लाख सैनिकों को गाजा बॉर्डर पर तैनात किया है। साथ ही 3 लाख सैनिकों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अधिकारियों को गाजा पट्टी में खाना, पानी, बिजली और फ्यूल की सप्लाई बंद करने के भी आदेश दिए हैं। वहीं, इजराइल में अमेरिका के 9 और ब्रिटेन के 10 नागरिकों की मौत हुई है। इससे पहले फ्रांस, जर्मनी और यूक्रेन ने भी हमास के अटैक में अपने नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की थी। उल्लेखनीय है कि इजराइल के ऊपर हमास का यह हमला वर्ष 1973 में योम किप्पुर युद्ध के बाद इजरायल पर हुआ सबसे बड़ा हमला है।
500 वॉर रूम किये तबाह
हालांकि, सेना ने बॉर्डर के इजराइली इलाकों को हमास से छुड़ा लिया है। हालांकि, फिलिस्तीन की तरफ से अभी भी लोग इजराइल में घुस रहे हैं। दूसरी तरफ, हमास ने दावा किया है कि इजराइल की तरफ से किए गए हमलों में 4 इजराइलियों की भी मौत हुई है। ये हमास की कैद में थे। इजराइल की एयरफोर्स ने रात भर हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के 500 वॉर रूम तबाह किए। जंग के तीसरे दिन अब तक 800 इजराइलियों की मौत हुई है। वहीं इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, 2000 से ज्यादा घायल हैं।
इजरायल में जंग का दूसरा मोर्चा खुलने के बाद दुनिया लगभग दो खेमे में बंट गई है। इसमें एक तरफ अमेरिका, यूके और फ्रांस जैसे शक्तिशाली देश हैं, जो इजराइल का साथ दे रही हैं। वहीं दूसरी तरफ ईरान ने फिलिस्तीन को खुला समर्थन दिया है। कतर ने इजराइली सेना को फिलिस्तानी लोगों के साथ हिंसा करने का जिम्मेदार ठहराया है तो पाकिस्तान ने भी इस हमले का खुलकर समर्थन किया है।
अरब मुल्कों की मुश्किलें बढ़ीं
फिलिस्तीनी हमास के इजराइल पर हमले से अरब मुल्कों की मुश्किलें बढ़ गई है। खासतौर पर सऊदी अरब की, जो दुश्मन देश के साथ संबंध सुधारने में जुटा है। हमास के अटैक के बाद बिना देरी किए सऊदी किंगडम ने शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं 57 देशों के मुस्लिम संगठन ओआईसी ने भी इस हमले पर प्रतिक्रिया नहीं दी है, जहां सऊदी का दबदबा है।
नेपाल में छात्रों की मौत पर राष्ट्रीय शोक
नेपाल सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक मनाने का फैसला किया है। इजराइल में मारे गए अपने 10 छात्रों को श्रद्धांजलि देते हुए को राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुकाने का फैसला किया है। साथ ही मृतक छात्रों के परिवार को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद मुहैया कराने की भी घोषणा की है। इजराइल मसले पर प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई आपातकालीन कैबिनेट बैठक में सरकार की तरफ से ये निर्णय लिए जाने की जानकारी प्रवक्ता रेखा शर्मा ने दी। विदेश मंत्री के अनुसार इजराइल से वापस नेपाल आने वाले नागरिक को तुरन्त नेपाली दूतावास में संपर्क करने कर सकें इसके लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है।
इजराइल में 18 हजार भारतीय सुरक्षित
तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक इजराइल में 18 हजार भारतीय रह रहे हैं। फिलहाल सभी सुरक्षित हैं। इजराइल पहुंचे भारतीय पर्यटकों ने दूतावास से सुरक्षित निकाले जाने की अपील की है। वहीं, थाइलैंड के 2 नागरिकों की मौत हो गई है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने बताया है कि उनके 11 नागरिक हमास के कब्जे में है।
इजराइल को मिल सकती है देश की मान्यता
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। वहीं इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया है। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा कि यह हमला यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे। वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच इसलिये विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है। गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है।