- नए-नए अनुसंधान से डीआरडीओ दुश्मन खेमे में खौफ पैदा कर रहा है।
नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन लगातार भारतीय सेना के हाथ मजबूत कर रहा है। अपने नए-नए अनुसंधान से डीआरडीओ दुश्मन खेमे में खौफ पैदा कर रहा है। संगठन ने ऐसी ही एक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल बनाई है, जिसकी दहाड़ से दुश्मनों के पसीने छूट जाएंगे। डीआरडीओ ने हाल ही में राजस्थान के जैसलमेर स्थित फील्ड फायरिंग रेंज में भारत में निर्मित मानव-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
पैदल जवानों और विशेष बलों के लिए है मिसाइल
यह मिसाइल भारतीय सेना के पैदल जवानों और पैराशूट (विशेष बलों) के लिए है। इसे इजेक्शन मोटर का इस्तेमाल करके कैनिस्टर से लॉन्च किया जाता है। यह लक्ष्य पर निशाना साधने के लिए अत्याधुनिक IIR सीकर का इस्तेमाल करती है।
अधिकतम 2.5 किलोमीटर है मारक क्षमता
जैसलमेर फील्ड फायरिंग रेंज में मानव पोर्टेबल मिसाइल को एक तिपाई का इस्तेमाल करके लॉन्च किया गया। इसे अधिकतम 2.5 किलोमीटर की सीमा तक मार के लिए डिजाइन की गई है, जिसका लॉन्च वजन 15 किलोग्राम से कम है।