- भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आप सभी का यहां आने के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं।
- मैं अपने साथ हिंदुस्तान की मिट्टी की महक लेकर आया हूं। मैं अपने साथ 140 करोड़ देशवासियों का प्यार लेकर आया हूं।”
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के दो दिवसीय दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री ने आज मॉस्को में मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। बड़ी तादाद में भारतीय समुदाय के लोग प्रधानमंत्री को सुनने समारोह में मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों का अभिवादन करते हुए कहा,”मैं अकेला नहीं आया हूं, मैं अपने साथ बहुत कुछ लेकर आया हूं। मैं अपने साथ हिंदुस्तान की मिट्टी की महक लेकर आया हूं। मैं अपने साथ 140 करोड़ देशवासियों का प्यार लेकर आया हूं।”
तीन गुनी ताकत से काम करूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आज के ही दिन मुझे शपथ लिए पूरा एक महीना हुआ है। आज से ठीक 1 महीने पहले मैंने भारत के पीएम पद की शपथ ली थी। उसी दिन मैंने एक प्रण लिया था कि अपने तीसरे टर्म में मैं तीन गुनी ताकत से काम करूंगा, तीन गुनी रफ्तार से काम करूंगा।
प्रधानमंत्री ने बताया सरकार का क्या है लक्ष्य
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये भी एक संयोग है कि सरकार के कई लक्ष्यों में भी 3 का अंक छाया हुआ है। सरकार एक लक्ष्य है, तीसरे टर्म में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाना। सरकार का लक्ष्य है, तीसरे टर्म में गरीबों के लिए 3 करोड़ घर बनाना। सरकार का लक्ष्य है, तीसरे टर्म में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाना।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश ने विकास की जो रफ्तार पकड़ी है, उसे देखकर दुनिया हैरान है। दुनिया के लोग जब भारत आते हैं, तो कहते हैं कि ‘भारत बदल रहा है।’ भारत का कायाकल्प, भारत का नव-निर्माण वो साफ-साफ देख पा रहे हैं।
बदलते भारत को देख रही दुनिया
भारत को हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी करने में केवल एक दशक लगा। भारत को 40,000 किलोमीटर से अधिक रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण करने में केवल एक दशक लगा। इससे दुनिया को हमारे देश की क्षमता का एहसास होता है। इससे दुनिया को विश्वास होता है कि ‘भारत बदल रहा है।”
कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे पीएम मोदी और पुतिन
बताते चलें कि पीएम मोदी, राष्ट्रपति पुतिन के निमंत्रण पर 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए सोमवार शाम रूस पहुंचे। फरवरी 2022 में मॉस्को द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से मोदी की यह पहली रूस यात्रा है। उनकी पिछली यात्रा 2019 में हुई थी, जब उन्होंने सुदूर पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में भाग लिया था।