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- अमरनाथ यात्रा का आयोजन पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार एक जुलाई से होना है.
- गृह मंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल और सेना के अफसरों के साथ मीटिंग कर रहे हैं.
नई दिल्ली. अमित शाह की अध्यक्षता में गृह मंत्रालय में अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा से संबंधित अहम बैठक शुरू हो गई है. बैठक में जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के अलावा मंत्रालय के आला अधिकारी और सेना के वरिष्ठ अफसर भी हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक में अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा बलों की होने वाली तैनाती और इंतजामों को लेकर चर्चा हो रही है. अमरनाथ यात्रा का आयोजन पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार एक जुलाई से होना है. बता दें कि अमरनाथ यात्रा हमेशा से ही आतंकियों के निशाने पर रही है. यही वजह है कि कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच हर साल अमरनाथ यात्रा का आयोजन किया जाता है. केवल आतंकवाद की दृष्टि से ही नहीं बल्कि अमरनाथ यात्रा के दौरान कड़े सुरक्षा इंतजाम करने की एक वजह और भी है. दरअसल, यह यात्रा दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर गुजरती है. जिसके चलते सुरक्षा बल श्रद्धालुओं को जत्थों में भेजते हैं.
इस वर्ष पांच लाख से अधिक जा सकते हैं श्रद्धालु
समीक्षा बैठक में इस तीर्थयात्रा से जुड़े सभी हितधारकों के शामिल होने की संभावना है. इस दौरान, यात्रा के लिए की जा रही सभी तैयारियों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. सूत्रों के अनुसार, अमरनाथ गुफा को जाने वाले दोनों मार्गों-बालटाल और पहलगाम पर भारी बर्फ मौजूद है और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को 15 जून तक बर्फ हटाने का काम सौंपा गया है. पिछले साल 3.45 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे और इस साल यह संख्या पांच लाख के पार जाने का अनुमान है.
पिछले साल 16 श्रद्धालुओं की हो गई थी मौत
सूत्रों ने कहा कि किसी भी संभावित प्राकृतिक हादसे के खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने श्रद्धालु शिविरों के लिए उपयुक्त जगहों की पहचान शुरू कर दी है. मालूम हो कि पिछले साल भारी बारिश के कारण पवित्र गुफा के पास अचानक आई बाढ़ से 16 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. सूत्रों के मुताबिक, पवित्र गुफा के ऊपरी हिस्से में हिमनदीय घटनाओं और झीलों के निर्माण का पता लगाने के लिए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों से हवाई निरीक्षण करवाए जाने की संभावना है. हिमनदीय घटनाओं और झीलों के निर्माण की वजह से निचले भाग में अचानक बाढ़ आने की संभावना बढ़ जाती है.
1 जूलाई से शुरू होने वाली है अमरनाथ यात्रा
वहीं जम्मू-कश्मीर प्रशासन भी अपना प्रेजेंटेशन गृह मंत्री के सामने देगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में आईबी, रॉ के अधिकारियों के साथ-साथ सेना के प्रमुख अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. बता दें कि अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है और इसकी सुरक्षा व तैयारियों की समीक्षा के लिए गृह मंत्रालय की तरफ से दो स्तर की बैठक होगी. दूसरे स्तर की बैठक हाई लेवल पर होगी और इसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर और अमरनाथ की सुरक्षा की समीक्षा खुद करेंगे. 1 जुलाई से शुरू होने वाली यह यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होगी.