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- अमित शाह ने नक्सल प्रभावित जगदलपुर में सीआरपीएफ के 84वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
जगदलपुर. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को यानी कि आज नक्सल प्रभावित जगदलपुर में सीआरपीएफ के 84वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान अमित शाह ने 84वें सीआरपीएफ दिवस के मौके पर जगदलपुर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि दी. इस खास मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि लोकतंत्र तभी जीवित रह सकता है, जब इसकी सुरक्षा समर्पित तरीके से की जाए. देश के चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से अंजाम देने में बाकी सारे सीएपीएफ को साथ में रखते हुए सीएपीएफ का योगदान महत्वपूर्ण है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले कई चुनावों में सीएपीएफ के जवानों ने हमारी लोकतंत्र प्रक्रिया को सुरक्षित रूप से निर्वहन करने की जिम्मेदारी निभाई है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पहली बार नक्सली इलाके में सीआरपीएफ दिवस मनाया जा रहा है.सीआरपीएफ ने देश की आंतरिक सुरक्षा में योगदान दिया है. राष्ट्र महिला सीआरपीएफ कर्मियों को सलाम करता है. सीआरपीएफ का योगदान महत्वपूर्ण. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीआरपीएफ ने देश में पिछले चुनावों के दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. सीआरपीएफ ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और देश के कई इलाकों में उन्हें ढेर किया है. बता दें कि बीते 24 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बीएसएफ के विमान से जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचे थे. जहां भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया था. इस मौके पर स्थानीय प्रशासन की टीम भी मौजूद थी. अमित शाह जगदलपुर एयरपोर्ट से सीधे चॉपर के माध्यम से करनपुर कैंप पहुंचे. उन्होंने यहां कोबरा 201/204 बटालियन के कैंप में रात गुजारी. अफसरों के साथ बैठक भी. साथ ही जवानों के साथ उन्होंने मुलाकात भी की. जगलपुर एयरपोर्ट से लेकर करनपुर सीआरपीएफ हेडक्वार्टर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सुरक्षा में 4 हजार से अधिक जवान तैनात हैं. सीआरपीएफ के अधिकारियों के साथ रायपुर और बस्त पुलिस भी सुरक्षा की कमान संभाल रही है.