झील नगरी में कला-संस्कृति को समर्पित वैश्विक जलसा ‘उन्मेष’
भोपाल। कला-संस्कृति को समर्पित शहर भोपाल में गुरुवार, 3 जुलाई से अंतर्राष्ट्रीय उत्सव ‘उन्मेष’ होने जा रहा है। इस वैश्विक समारोह में साहित्यिक चर्चाओं के साथ ही प्रदर्शनकारी कलाओं की प्रस्तुति होगी। चार दिनी इस समारोह का शुभारंभ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सुबह 11:30 बजे से करेंगी। साथ ही प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी,संस्कृति सचिव उमा नंदूरी उपस्थित रहेंगी। समारोह का आयोजन साहित्य अकादमी और संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली द्वारा किया जा रहा है।
आयोजन से जुड़ी जानकारी साहित्य अकादमी नई दिल्ली के सचिव के.श्रीनिवास राव तथा संगीम नाटक अकादमी की अध्यक्ष संध्या कुरेचा ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में दी। कार्यक्रम दो शीर्षकों से हो रहा है। इसमें उन्मेष शीर्षक से साहित्यिक गतिविधियां और उत्कर्ष शीर्षक से कला गतिविधियां होंगी।
पत्रकारों से चर्चा में आयोजक संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि समारोह के तहत दिन में साहित्यिक गतिविधियां होंगी तो शाम के सत्र में देश भर से आये लोक कलाकार प्रस्तुतियां देंगे।
– 36 राज्यों से आए हैं कलाकार
उत्कर्ष के लिए देश भर के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से जनजातीय दल बुलाए गए हैं। हर दिन करीब 12 राज्यों के दल सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे। इनमें मणिपुर, केरल, राजस्थान, आसाम, मेघालय, आदि राज्यों के कलाकार शामिल हैं।
– सौ भाषाओं के 500 से ज्यादा लेखक होंगे शामिल
साहित्य अकादमी के सचिव ने बताया कि उन्मेष का यह दूसरा संस्करण है। पहला आयोजन शिमला में पिछले साल हुआ था। यह उससे बड़ा है। इसमें सौ भाषाओं के 500 से ज्यादा लेखक शामिल होंगे। इसके अलावा 13 देशों के साहित्यकारों की भागीदारी होगी।
– उन्मेष में इन विषयों पर होगी चर्चा
साहित्यिक कार्यक्रमों की श्रंखला में कविता-कहानी पाठ के अलावा भारतीय काव्य शास्त्र, भारतीय भक्ति साहित्य, सागर साहित्य, भारत की सांस्कृतिक विरासत, भारतीय नाटकों में अलगाव का सिद्धांत, विविधता में एकता, भारत की सौम्य शक्ति, सिनेमा और साहित्य, विदेशी भाषाओं में भारतीय साहित्य का प्रचार-प्रसार, चिकित्सकों का साहित्य, साहित्य एवं प्रकृति, मशीनों का उदय, लेखकविहीन साहित्य, रचनात्मकता बढ़ाने वाली शिक्षा जैसे विषयों पर चर्चा सत्र होंगे।
– समारोह में ये हस्तियां लेंगी हिस्सा
समारोह में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन, तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन, फिजी के राजदूत कमलेश शशि प्रकाश, एसएल भैरप्पा, शांतिश्री धुलिपुड़ी पंडित, वी कामकोटि, चंद्रशेखर कंबार, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, गौतम घोष, संजय राय, जयंत महापात्र, आस्कर पुयोल, तुलसी दिवस, एमए आलवार, सुरेश गोयल, गिरीश्वर मिश्र, चित्रा दिवाकारुणी, विष्णुदत्त राकेश, रमेश पोखरियाल निशंक, लिंडा हेस, मामि यामदा, अमीश त्रिपाठी, सोनल मान सिंह, चित्रा मुद्गल, रघुवीर चौधरी, विनय सहस्रबुद्धे, ममता कालिया, महेश दत्तानी, वामन केंद्रे, प्रयाग शुक्ल, सुरजीत पातर, नवतेज सरना, विश्वास पाटिल, नमिता गोखले, महेंद्र कुमार मिश्र, शीन काफ निजाम, वासमल्ली के. अरुण कमल, गोविंद मिश्र, लीलाधर जगूड़ी और उषा किरण खान जैसे सुप्रसिद्ध साहित्यकार शामिल होंगे।