फाईनेंस कंपनी के तत्कालीन फील्ड ऑफिसर भी फर्जीवाड़े में शामिल
कार की किश्तें जमा नहीं होने पर रिकवरी टीम पहुंची घर, तब हुआ खुलासा
भोपाल। बैरागढ़ क्षेत्र में रहने वाले एक जालसाज ने अपने रिश्तेदार के दस्तावेज पर अपनी फोटो लगाकर एक निजी फाईनेंस कंपनी से कार फाइनेंस करा ली। कार की कई किश्तें जम जमा नहीं हुई तो कंपनी के रिकवरी ऑफिसर दिए गए पते पर पहुंचे। जब वहां पहुंचे तो जालसाज मिला, लेकिन पड़ोसियों ने बताया दिया कि जिस व्यक्ति के नाम से कार फाईनेंस कराई है, वह तो दुबई में रहता है, जिसकी फोटो दस्तावेज में लगी है, वह लालघाटी स्थित बीजीएस होंडा शोरूम में मैनेजर है। पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के अधिकारी की शिकायत पर कंपनी के फील्ड ऑफिसर और जालसाज के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 120बी के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एमपी नगर थाने के उप निरीक्षक आनंद सिंह परिहार ने बताया कि पंकज सबानी शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र का रहने वाला था। वर्तमान में वह बैरागढ़ क्षेत्र में रहता है। उसने पूनावाला पिंकाक फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के फील्ड ऑफिर इरशाद अली के साथ मिलकर अप्रैल 2021 में स्विफ्ट कार फाइनेंस करा ली थी। जालसज ने तीन लाख 34 हजार रुपए फाईनेंस कराए थे, अब ब्याज मिलाकर तीन लाख 84 हजार से अधिक की रकम हो गई है। कार फाइनेंस में लगाए गए दस्तावेज भरत गिडवानी के थे, जो बैरागढ़ के रहने वाले हैं और वर्तमान में दुबई में रहते हैं। पंकज सबानी ने खुद को भरत गिडवानी बनकर प्रस्तुत किया और भरत गिडवानी के दस्तावेजों में अपनी फोटो लगा ली थी।
उक्त जालसाजी में निजी फाइनेंस कंपनी का फील्ड ऑफिसर इरशाद अली भी शामिल था। चूंकि आरोपी बीजीएस होंडा कंपनी में मैनेजर है, इसलिए इरशाद अली से वाहनों के फाइनेंस के कार्यों के चलते दोनों में पुरानी दोस्ती है। कार फाइनेंस कराने के बाद पंकज कार का उपयोग करने लगा, लेकिन किश्तें जमा नहीं की। कुछ माह तक कंपनी ने देखा, जब किश्तें नहीं आईं तो बैंक के अधिकारी सुनील शर्मा और अन्य लोग दिए गए पते पर पहुंचे। वहां पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। पड़ोसियों ने बताया कि जिसके दस्तावेज से कार फाइनेंस है, वह तो कई सालों से दुबई में रह रहा है। भोपाल बहुत कम आता है।
जिसकी फोटो दस्तावेज में लगी है, वह भरत गिडवानी नहीं पंकज सबानी है। इसके बाद कंपनी के अधिकारी सुनील शर्मा ने एमपी नगर थाने में शिकायत की थी। पुलिस ने शिकायत जांच के बाद पंकज सबानी और इरशाद अली के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है। फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद इरशाद अली को बैंक नौकरी से निकाल चुकी है, फिलहाल वह किसी अन्य स्थान पर नौकरी कर रहा है। पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
Fraud: The showroom manager got the car financed by putting his photo in the relative’s document.
dhokhaadhadee : rishtedaar ke dastaavej mein apanee photo lagaakar shoroom prabandhak ne phaeenens kara lee kaar.